रमा (काल्पनिक नाम) अपने नए घर में खुशी-खुशी रह रही थी. नया शहर, नई नौकरी और एक छोटा सा आशियाना - सब कुछ सपनों जैसा था. लेकिन कुछ महीनों बाद, उसकी जिंदगी में अजीब बदलाव आने लगे. ऑफिस में मेहनत के बावजूद पैसा हाथ में नहीं टिकता था, और घर में छोटी-छोटी बातों पर बहस होने लगी. एक दिन उसकी सहेली नेहा (काल्पनिक नाम) ने पूछा, "रमा, क्या तुमने अपने घर का वास्तु चेक किया है?" रमा हंस पड़ी, "अरे, ये सब पुरानी बातें हैं." लेकिन जब परेशानियां बढ़ने लगीं, तो उसने सोचा कि एक बार वास्तु एक्सपर्ट की सलाह ले ली जाए.
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वास्तु एक्सपर्ट ने घर देखते ही कहा, "रमा, तुम्हारे घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में गंदगी और कबाड़ जमा है. वहां डस्टबिन से बदबू आ रही है और टॉयलेट का ब्लॉकेज भी है. रमा को समझ नहीं आया कि इसका उसकी परेशानियों से क्या लेना-देना. इस पर उसे वास्तु एक्सपर्ट कमल नंदलाल ने बताया कि घर की हर दिशा और कोना किसी न किसी ग्रह से जुड़ा होता है. इन दिशाओं में वास्तु दोष होने से न सिर्फ आर्थिक नुकसान, बल्कि सेहत और पारिवारिक रिश्तों पर भी बुरा असर पड़ सकता है. खास तौर पर घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा (साउथ वेस्ट) को लेकर सावधानी बरतना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं कि इस दिशा में किन गलतियों से बचना चाहिए और क्यों.
दक्षिण-पश्चिम दिशा में न करें ये गलतियां
- गंदगी और टॉयलेट का खड्डा: अगर आपके घर के साउथ वेस्ट कोने में टॉयलेट है और वहां गंदगी या ब्लॉकेज रहता है, तो यह आपके लिए आर्थिक संकट का कारण बन सकता है. कमल नंदलाल कहते हैं, "ऐसी स्थिति में पैसा खड्डे में चला जाता है."
- नीला या काला रंग: इस दिशा में बहुत ज्यादा नीले या काले रंग का इस्तेमाल करने से भी वित्तीय नुकसान के साथ-साथ मानसिक परेशानियां हो सकती हैं.
- डस्टबिन से बदबू: अगर साउथ वेस्ट कोने में डस्टबिन रखा है और उससे बदबू आती है, तो यह राहु ग्रह के प्रभाव को बढ़ाता है, जिससे समस्याएं उत्पन्न होती हैं.
- कबाड़ और अव्यवस्था: इस कोने में कबाड़ या बहुत सारी अनावश्यक चीजें जमा करने से भी वास्तु दोष पैदा होता है, जो आर्थिक और स्वास्थ्य हानि का कारण बनता है.
राहु का प्रभाव और सेहत पर असर
कमल नंदलाल बताते हैं कि साउथ वेस्ट दिशा पर राहु ग्रह का प्रभाव होता है. अगर इस कोने में गंदगी या अव्यवस्था रहती है, तो राहु का नकारात्मक असर बढ़ जाता है. इससे न सिर्फ पैसा टिकता नहीं, बल्कि घर में बीमारियां और आपसी कलह भी बढ़ती हैं. खासकर अगर बेडरूम इस दिशा में है और वहां शीशा लगा है, तो इसे सोते समय ढक देना चाहिए. शीशा राहु और बुध ग्रहों को प्रभावित करता है, जिससे सेहत और रिश्तों में कमी आ सकती है.
अन्य दिशाओं के दोष और उनके प्रभाव
- ईस्ट डायरेक्शन में गंदगी: घर की पूर्व दिशा में कूड़ा या पत्थरों का ढेर होने से महिलाओं की सेहत पर बुरा असर पड़ता है. गर्भवती महिलाओं के लिए खतरा बढ़ सकता है.
- साउथ ईस्ट में पानी की जगह: इस दिशा में पानी का मटका या फिल्टर रखने से महिलाओं को बार-बार बीमारियां हो सकती हैं.
- खुली और गंदी साउथ वेस्ट: अगर यह हिस्सा खुला और गंदा है, तो मानसिक बीमारियां और गुप्त रोग होने का खतरा रहता है.
वास्तु दोष दूर करने के उपाय
- साउथ वेस्ट कोने में कचरे को ढककर रखें और डस्टबिन को रोज साफ करें ताकि बदबू न आए.
- इस दिशा में शीशे को ढकें और सिर उस तरफ करके न सोएं.
- घर की सभी दिशाओं में साफ-सफाई और व्यवस्था बनाए रखें.
वास्तु विशेषज्ञ कमल नंदलाल का कहना है कि घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा को साफ और व्यवस्थित रखना आर्थिक स्थिरता, अच्छी सेहत और पारिवारिक सुख के लिए जरूरी है. छोटी-छोटी सावधानियां बरतकर आप अपने जीवन को सरल और सफल बना सकते हैं.
Disclaimer: यह जानकारी ज्योतिष और उसके इर्द-गिर्द बनी मान्यताओं और तर्कों पर आधारित है. हम ज्योतिर्विद के हवाले से यह जानकारी आपको दे रहे हैं. न्यूज़ तक ऐसी मान्यताओं और टोटकों का समर्थन नहीं करता है.
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