‘बिहार आर्टिस्ट रजिस्ट्रेशन पोर्टल’ का शुभारंभ, कलाकारों को मिलेगी यूनिक पहचान

Bihar News: कला, संस्कृति एवं युवा मंत्री मोतीलाल प्रसाद ने इसका शुभारंभ करते हुए बताया कि यह पोर्टल कलाकारों को विशिष्ट पहचान देगा और सरकारी योजनाओं व आयोजनों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करेगा.

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फोटो क्रेडिट- @airnews_patna

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• 05:23 PM • 16 Apr 2025

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बिहार सरकार ने राज्य के प्रतिभावान कलाकारों को नई पहचान देने के लिए उन्हें डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है. कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की ओर से विकसित ‘बिहार आर्टिस्ट रजिस्ट्रेशन पोर्टल’ का विमोचन मंगलवार को विभागीय मंत्री मोतीलाल प्रसाद ने किया. इस मौके पर मंत्री मोतीलाल प्रसाद ने कहा कि यह पोर्टल बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने और कलाकारों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा.

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उन्होंने कहा कि बिहार की मिट्टी में कला की गहराई है और उसे बड़ा मंच देने की जरूरत है. यह पोर्टल उस दिशा में एक मजबूत पहल है. उन्होंने कहा कि यह पोर्टल राज्य के हर जिले, प्रखंड और गांव तक फैले कलाकारों को एक साझा मंच प्रदान करेगा. शास्त्रीय नृत्य, गायन, लोकगीत, नाट्य, चित्रकला और मूर्तिकला जैसे विविध क्षेत्रों में काम कर रहे कलाकारों को इस योजना का लाभ मिल सकेगा.

कई मामलों में खास है पोर्टल 

बिहार आर्टिस्ट रजिस्ट्रेशन पोर्टल (https://artistregistration.bihar.gov.in) के माध्यम से राज्य के शास्त्रीय, लोक, समकालीन, दृश्य और प्रदर्शन कलाओं से जुड़े कलाकार अब आसानी से ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं. पंजीकरण की प्रक्रिया को बेहद सरल और सहज बनाया गया है. कलाकारों को उनके अपने मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध होगी. हर पंजीकृत कलाकार को एक विशिष्ट पहचान संख्या (यूनिक आईडी) दी जाएगी, जो भविष्य में सरकारी योजनाओं, पुरस्कारों, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और सांस्कृतिक आयोजनों में भागीदारी के लिए अनिवार्य होगी.

इस पोर्टल से कलाकारों की न केवल सही पहचान सुनिश्चित होगी, बल्कि सरकार को यह जानने में भी सहूलियत होगी कि कहां और कौन-से क्षेत्र के कलाकार उपलब्ध हैं तथा उन्हें किस प्रकार का सहयोग चाहिए. इस अवसर पर कला संस्कृति एवं युवा विभाग के सचिव प्रणव कुमार, आर्कि    योलॉजी म्यूजियम की निदेशक रचना पाटिल, सांस्कृतिक कार्य निदेशालय की निदेशक रूबी, भारतीय नृत्य कला मंदिर की प्रशासी पदाधिकारी कहकशां के साथ ही विभाग के की अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.

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