Bihar Assembly Elections: बिहार में समय से पहले होगा विधानसभा चुनाव? एक्टिव मोड पर सभी पार्टियां

ऋचा शर्मा

30 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 30 2024 8:23 PM)

Bihar Assembly Elections: बिहार में क्या समय से पहले होगा विधानसभा चुनाव ? बिहार में सभी पार्टियों की राजनीतिक गतिविधियों को देख कर तो ऐसा ही लगता है. अमूमन चुनाव के समय में राजनीतिक सक्रियता देखी जाती है लेकिन बिहार में अभी से ही सभी पार्टियां  एक्टिव मोड में नजर आ रही हैं.

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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बिहार में अभी से ही सभी पार्टियां एक्टिव मोड में नजर आ रही हैं.

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बिहार में क्या समय से पहले होगा विधानसभा चुनाव ? खड़े हो रहे सवाल.

Bihar Assembly Elections: बिहार में क्या समय से पहले होगा विधानसभा चुनाव ? बिहार में सभी पार्टियों की राजनीतिक गतिविधियों को देख कर तो ऐसा ही लगता है. अमूमन चुनाव के समय में राजनीतिक सक्रियता देखी जाती है लेकिन बिहार में अभी से ही सभी पार्टियां एक्टिव मोड में नजर आ रही हैं.ऐसे में कहीं ना कहीं समय से पहले चुनाव होने के संकेत मिल रहे हैं. बीजेपी, आरजेडी, जेडीयू, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम, जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, चिराग पासवान की लोजपा(रामविलास), मुकेश सहनी की वीआईपी इन सभी पार्टियों ने बूथ स्तर पर अपने संगठन को मजबूत करने की तैयारी शुरु कर दी है.

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सबसे पहले शुरुआत की बीजेपी ने. बीजेपी 2 सितंबर से राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान चला रही है. वन टू वन जनता से जुड़ने का बीजेपी का ये मास्टरप्लान कहा जा रहा है. हालांकि बिहार में इसका खासा असर नहीं देखने को मिला. बिहार में 4 सितंबर से 26 सितंबर तक 25 लाख लोगों ने पार्टी की सदस्यता ली.

लोकसभा चुनाव के बाद से ही तेजस्वी यादव की सक्रियता काफी बढ़ी है. तेजस्वी बिहार में बढ़ते क्राइम को लेकर  लगातार सरकार से सवाल पूछते नजर आते है. जनता से जुड़े किसी भी मुद्दे को सबसे पहले लपक कर सरकार पर सवाल दाग देते हैं. तेजस्वी यादव में आभार यात्रा की भी शुरुआत की. पहले चरण में 10 सितंबर से 17 सितंबर तक बिहार के कई जिलों का दौरा किया. पहले चरण में तेजस्वी समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर पहुंचे और वहां कार्यकर्ता संवाद किया. कार्यकर्ताओं से फिडबैक लेने के बाद तेजस्वी ने सदस्यता अभियान की शुरुआत भी कर दी. 


मनीष वर्मा का कार्यकर्ता समागम

जनता के बीच अपनी पैठ बनाने में जेडीयू भी पीछे नहीं है. सीएम नीतीश कुमार ने ये जिम्मेदारी दी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा को. मनीष वर्मा ने 27 सितंबर से कार्यकर्ता समागम की शुरुआत कर दी. मनीष सभी जिलों में जाएंगे. वहां कार्यकर्ताओं से पार्टी की जमीनी हकीकत का पता करेंगे. पार्टी को बूथ स्तर तक पहुंचान के लिए मनीष वर्मा के कंधों पर अहम जिम्मेदारी दी गई है. 


बिहार यात्रा पर हैं उपेंद्र कुशवाहा

आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी चुप बैठने वालों में से नहीं. उपेंद्र कुशवाहा ने भी बिहार यात्रा की शुरुआत कर दी. कुशवाहा ने अपनी यात्रा की शुरुआत 25 सितंबर से अरवल जिले से की. कुशवाहा की यात्रा का एक मकसद शाहाबाद में हार के कारणों का पता लगाना भी है. 

मुकेश सहनी की रथ यात्रा

वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने भी ऐलान कर दिया कि वो एक अक्टूबर से बिहार यात्रा पर निकलेंगे. मुकेश सहनी की रथ यात्रा तीन चरणों में होगी. एक अक्तूबर से 28 फरवरी तक सहनी बिहार के किसी ना किसी जिले का दौरा करेंगे. वहां रात्रि विश्राम करेंगे और स्थानीय नेताओं से पार्टी की अगली रणनीति पर चर्चा होगी. 

पार्टयों की हड़बड़ी ही मिड टर्म पोल की सुगबुगाहट है. हालांकि इसकी चर्चा फरवरी 2024 से ही चर्चा हो रही है. अगले साल जनवरी-फरवरी में दिल्ली विधानसभा का चुनाव होना है और ऐसे में इस संदेह की गुंजाइश भी है.

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