हर साल 3-4 लाख पासपोर्ट... बिहार से विदेश जाने की ख्वाहिश को मिल रहा नया आसमान: स्पेशल रिपोर्ट

Bihar Passport Trend: हर साल बिहार से 3-4 लाख पासपोर्ट जारी किए जा रहे हैं, जिससे विदेश जाने की ख्वाहिश रखने वालों की संख्या बढ़ रही है. जानिए बिहार से विदेश पलायन के इस नए ट्रेंड की पूरी रिपोर्ट.

नया नियम आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित होने के बाद लागू होगा।

Passport in Bihar

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28 Mar 2025 (अपडेटेड: 28 Mar 2025, 03:10 PM)

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बिहार के लोगों में विदेश जाने की इच्छा तेजी से बढ़ रही है, और इसी के चलते पासपोर्ट बनवाने का ग्राफ भी लगातार ऊपर जा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक, हर साल राज्य में औसतन साढ़े तीन से चार लाख पासपोर्ट बनाए जा रहे हैं. 2024 में कुल 4,00,346 पासपोर्ट आवेदन आए, जिनमें से 3,86,820 पासपोर्ट जारी किए गए.

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बिहार सरकार और विदेश मंत्रालय इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. राज्य के 40 लोकसभा क्षेत्रों में से 39 में पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) खोले जा चुके हैं, जिससे अब लगभग सभी जिलों के मुख्यालय पासपोर्ट सेवा से कवर हो चुके हैं.

पटना में मिलेगा क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय

बिहार में पासपोर्ट सेवाओं को और सुगम बनाने के लिए पटना के गर्दनीबाग में डेढ़ एकड़ जमीन आवंटित की गई है, जहां क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय बनाया जाएगा. इस कार्यालय के डिजाइन को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया जारी है, और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू होगा.

बिहार के इन जिलों में सबसे ज्यादा बन रहे पासपोर्ट

कुछ जिले ऐसे हैं जहां विदेश जाने की आकांक्षा बाकी जगहों की तुलना में अधिक देखी जा रही है. इनमें सीवान, गोपालगंज, पटना, पूर्णिया, दरभंगा और किशनगंज प्रमुख रूप से शामिल हैं. इन जिलों में पासपोर्ट आवेदन करने वालों की संख्या अधिक होने के कारण, पटना क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय द्वारा मोबाइल वैन कैंप भी लगाए जाते हैं ताकि लंबित आवेदनों का त्वरित निपटारा हो सके.

हाल ही में सीवान, गोपालगंज, पूर्णिया, पटना एम्स और बोधगया स्थित IIM में ऐसे मोबाइल कैंप आयोजित किए गए, जिनमें तीन दिनों के भीतर 160 से अधिक पासपोर्ट आवेदनों का निपटारा किया गया.

5 साल में दोगुना हुई पासपोर्ट धारकों की संख्या

अगर 5 साल के आंकड़ों पर नजर डालें, तो बिहार में पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या में दोगुनी से अधिक वृद्धि हुई है.

वर्ष    जारी किए गए पासपोर्ट
2018    2,57,000+
2020    1,71,000
2024    3,86,820

कोविड-19 महामारी के कारण 2019 और 2020 में पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या में गिरावट आई थी, लेकिन अब इसमें तेज उछाल देखा जा रहा है.

वाल्मीकिनगर में भी खुलेगा पासपोर्ट सेवा केंद्र

बिहार में अब सिर्फ वाल्मीकिनगर (बगहा) लोकसभा क्षेत्र ऐसा बचा है, जहां पासपोर्ट सेवा केंद्र नहीं खुला है. सरकार जल्द ही वहां भी केंद्र स्थापित करने की योजना बना रही है, जिससे पूरे राज्य के लोगों को अपने जिले या नजदीकी स्थान पर ही पासपोर्ट आवेदन की सुविधा मिल सकेगी.

पटना पासपोर्ट अधिकारी क्या कहते हैं?

पटना के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी स्वधा रिजवी ने कहा, "बिहार के लगभग सभी जिलों में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोल दिए गए हैं, जिससे लोगों को दूर जाने की जरूरत नहीं पड़े. जरूरत पड़ने पर मोबाइल कैंप भी लगाए जाते हैं, ताकि पासपोर्ट से जुड़ी परेशानियों को जल्द हल किया जा सके."

बिहार में विदेश जाने की ललक पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है, और पासपोर्ट के बढ़ते आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं. सरकार और विदेश मंत्रालय मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लोगों को पासपोर्ट बनवाने में कोई असुविधा न हो. नए क्षेत्रीय कार्यालय के खुलने और वाल्मीकिनगर में पासपोर्ट सेवा केंद्र की शुरुआत से यह प्रक्रिया और भी सुगम हो जाएगी.

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