Bihar: बिहार में जहरीली शराब नें एक बार फिर कोहराम मचा कर रख दिया है. सिवान में जहरीली शराब से अबतक 20 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है.इसकी पुष्टि खुद वहां के एसपी ने अमितेश कुमार ने की. इस आंकड़े ने बिहार में एक बार फिर सनसनी मचा कर रख दी है. सरकार के शराबबंदी के दावे इन आंकड़ों और घटना के सामने आने के बाद पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं. जहरीली शराब से गई जान ने एक बार फिर से सिस्टम से सवाल करने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर ये कैसी शराबबंदी है नीतीश जी. जहां आए दिन शराब से लोगों की जान जा रही है, परिवार बिखर रहा है... इन मौतों का जिम्मेदार कौन है?
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जहरीली शराब से मौत पर सियासत तेज
एक तरफ जहां इन मौत के आंकड़ों पर सिस्टम पर सवाल उठ रहे हैं. नीतीश कुमार के सो कॉल्ड शराबबंदी पर सवाव उठ रहे हैं तो इसी बीच बिहार में शराबबंदी के नाम पर खूब सियासत भी हो रही है. विपक्ष जहां इस पूरे मुद्दे पर सत्तापक्ष पर हमलावर है तो वहीं सत्ता पक्ष जवाब देने के बजाए पूरा ठिकरा विपक्ष पर फोड़ते नजर आ रहा है.
किसने क्या कहा?
इस पूरी घटना पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने जहां सरकार की शराबबंदी को सवालों के कटघड़े में खड़ा कर दिया तो वहीं बीजेपी ने सारण में हुई जहरीली शराब का जिम्मेदार आरजेडी को ठहराया और ये कह दिया की आरजेडी के तरफ से शराब माफियाओं को संरक्षण प्राप्त है.
कांग्रेस ने की शराबंबदी खत्म करने की मांग
वहीं इस घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस ने बिहार में शराबबंदी खत्म करने की मांग की है तो वहीं कांग्रेस को जवाब देते हुए बीजेपी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने शराबबंदी को खत्म करने पर साफ इंकार कर दिया और इसे सरकार की अच्छी पहल बताया, जेडीयू भी इसे नीतीश की अच्छी पहल बताने में लगा है.
अच्छी पहल तो आखिर मौत का जिम्मेदार कौन?
अब सवाल है कि शराबबंदी जब अच्छी पहल है तो सरकार इसे ढंग से लागू कराने में क्यों फेल साबित हो रही है...सवाल ये की शराबबंदी वाले राज्य में शराब धड़ल्ले से कहां से आ रही है...जहरीली शराब से आए दिन हो रही मौत का जिम्मेदार कौन है.
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