बिहार में दोबारा नहीं होगी BPSC पीटी की परीक्षा, हाईकोर्ट ने खारिज कर दी याचिका

13 दिसंबर 2024 को आयोजित 70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने पटना हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दायर की थीं. उनका आरोप था कि परीक्षा में गंभीर अनियमितताएं हुईं, जिसके चलते इसे रद्द कर दोबारा आयोजित किया जाना चाहिए.

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ऋचा शर्मा

28 Mar 2025 (अपडेटेड: 28 Mar 2025, 04:21 PM)

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बिहार लोक सेवा आयोग यानी BPSC परीक्षा को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. पटना हाईकोर्ट ने 70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा के री-एग्जाम की मांग को खारिज कर दिया है.  70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा को लेकर पटना हाई कोर्ट का बड़ा फैसला आया है. कोर्ट ने परीक्षा को रद्द करने की मांग वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है, जिससे उन लाखों उम्मीदवारों को झटका लगा है, जो दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे थे.

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70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 4 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे. परीक्षा के बाद कुछ उम्मीदवारों ने इसमें धांधली के आरोप लगाए और कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर दी. अब पटना हाई कोर्ट ने जस्टिस आशुतोष कुमार की खंडपीठ द्वारा इन याचिकाओं को खारिज कर दिया है.

13 दिसंबर 2024 को आयोजित 70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने पटना हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दायर की थीं. उनका आरोप था कि परीक्षा में गंभीर अनियमितताएं हुईं, जिसके चलते इसे रद्द कर दोबारा आयोजित किया जाना चाहिए.

19 मार्च को पटना हाईकोर्ट में इस मामले की अंतिम सुनवाई हुई थी. कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश आशुतोष कुमार और न्यायमूर्ति पार्थ सारथी की बेंच ने सभी पक्षों को सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. शुक्रवार कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि परीक्षा का पुनः आयोजन नहीं होगा.

BPSC री-एग्जाम आंदोलन में कब क्या हुआ?

पटना हाईकोर्ट ने 70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा के री-एग्जाम की मांग को खारिज कर दिया है। लेकिन इस फैसले तक पहुंचने से पहले, बिहार में इस मुद्दे को लेकर लंबा आंदोलन चला। आइए नजर डालते हैं इस पूरे घटनाक्रम पर-

  • 13 दिसंबर- बिहार के 912 सेंटर्स पर 70वीं BPSC पीटी परीक्षा आयोजित हुई. पटना के बापू एग्जाम सेंटर पर प्रश्न-पत्र देरी से मिलने और पेपर लीक के आरोप लगे. हंगामे के दौरान पटना DM ने एक अभ्यर्थी को थप्पड़ मार दिया.
  • 15 दिसंबर- पटना DM ने जांच रिपोर्ट BPSC को सौंपी. रिपोर्ट में कहा गया कि परीक्षा केंद्र पर कुछ असामाजिक तत्व घुस आए थे.
  • 16 दिसंबर - जांच के आधार पर BPSC ने बापू एग्जाम सेंटर की परीक्षा रद्द कर दी.
  • 18 दिसंबर- अभ्यर्थियों ने पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग की। पटना के गर्दनीबाग में 500 से ज्यादा उम्मीदवार धरने पर बैठ गए.
  • 21 दिसंबर - तेजस्वी यादव ने धरना दे रहे अभ्यर्थियों से मुलाकात की और समर्थन जताया.
  • 25 दिसंबर- अभ्यर्थियों ने BPSC ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया. पुलिस ने लाठीचार्ज किया.
  • 29 दिसंबर- गांधी मैदान में बड़ा प्रदर्शन हुआ, जिसमें प्रशांत किशोर भी शामिल हुए. जेपी गोलंबर पर जाम के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.
  • 2 जनवरी- प्रशांत किशोर ने री-एग्जाम की मांग को लेकर आमरण अनशन शुरू किया.
  •  3 जनवरी- सांसद पप्पू यादव ने बिहार बंद बुलाया.
  • 4 जनवरी-  बापू एग्जाम सेंटर की रद्द परीक्षा दोबारा कराई गई, जो 22 सेंटरों पर आयोजित हुई.
  • 6 जनवरी- पुलिस ने गांधी मैदान से प्रशांत किशोर को जबरन उठाया.
  • 9 जनवरी- जनसुराज पार्टी ने हाईकोर्ट में री-एग्जाम की मांग को लेकर याचिका दायर की.
  • 12 जनवरी- एक बार फिर बिहार बंद का आयोजन किया गया.
  • 16 जनवरी - हाईकोर्ट में पहली सुनवाई हुई, कोर्ट ने BPSC 70वीं पीटी के रिजल्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। आयोग को एफिडेविट देने को कहा गया.
  • 23 जनवरी- BPSC पीटी का रिजल्ट जारी हुआ, 21,581 उम्मीदवार सफल हुए.
  • 4 फरवरी - हाईकोर्ट में छह याचिकाओं पर सुनवाई जारी रही.
  • 20 फरवरी - BPSC ने मुख्य परीक्षा की तिथि जारी की, जो 25-30 अप्रैल को होनी तय हुई.
  • 17-18 मार्च-  पटना हाईकोर्ट में दो दिन सुनवाई हुई। कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा.
  • 28 मार्च - हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए री-एग्जाम की मांग को खारिज कर दिया.

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