लालगंज के पूर्व विधायक और आरजेडी नेता विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. मुन्ना शुक्ला को पूर्व मंत्री बृज बिहारी हत्याकांड में सुप्रीम कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुन्ना शुक्ला को दो हफ्ते के अंदर सरेंडर करना था. अपने समर्थकों से मिलने के बाद मुन्ना शुक्ला को जेल भेज दिया गया है. लेकिन समर्थकों ने जिस तरह से स्वागत किया उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. समर्थकों ने मुन्ना शुक्ला जिंदाबाद के नारे लगाए और फूल मालाओं से उन्हें लाद दिया.
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हम जल्द लौटेंगे- मुन्ना शुक्ला
1998 में बिहार के पूर्व मंत्री बृज बिहारी प्रसाद की हत्या के मामले में पूर्व विधायक और राजद नेता मुन्ना शुक्ला को ने आत्मसमर्पण के लिए समय मांगने की याचिका खारिज किए जाने के बाद पटना जेल ले जाया गया. उन्होंने कहा, "न्याय मिलेगा...इंतजार करिए, हम जल्द लौटकर आएंगे"
आरजेडी में आने की सजा मिली?
इससे पहले पटना हाई कोर्ट ने मामले में सुनवाई की थी और सभी आरोपियों को बरी कर दिया था. इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई. पटना हाईकोर्ट ने निचली अदालत का फैसला पलटा था और साल 2014 में सबूतों के अभाव में सभी आठ आरोपियों को बरी कर दिया था. निचली अदालत ने सभी को दोषी करार दिया था. वहीं, सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मुन्ना शुक्ला ने कहा कि हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं. सवाल ये भी पूछा गया कि क्या आपको आरजेडी के साथ आने की सजा मिली है..इसका जवाब मुन्ना शुक्ला ने ना में दिया.
कौन हैं मुन्ना शुक्ला
आरजेडी के पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला का आपराधिक इतिहास रहा है. उनके भाई छोटन शुक्ला का इतिहास भी बाहुबल से जुड़ा था. गैंगवार में छोटन की हत्या कर दी गई थी. आपको बता दें कि मुन्ना शुक्ला वैशाली जिले के लालगंज विधानसभा से विधायक रहे हैं. हाल ही में लोकसभा चुनाव में उन्होंने आरजेडी के टिकट पर वैशाली से चुनाव लड़ा था लेकिन वे हार गए थे.
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