मुकेश सहनी ने 2025 के लिए खोल दिए पत्ते, रहेंगे तेजस्वी के साथ या जाएंगे?

आशीष अभिनव

27 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 27 2024 1:46 PM)

Bihar Politics: मुकेश सहनी के एनडीए में शामिल होने की अटकलें इसलिए भी तेज थी कि वो पहले भी एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं. नीतीश कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं. लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन में तेजस्वी के साथ आ गए और हेलीकॉप्टर में बैठकर खूब प्रचार भी किया था. 

newstak
follow google news

Bihar Politics: 2025 बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल अभी से तैयारी में जुट गए हैं. लेकिन मुकेश सहनी आगामी चुनाव के लिए क्या फैसला लेंगे इसपर सभी की निगाहें टिकी थीं. मुकेश सहनी ने एक बयान देकर स्पष्ट कर दिया है कि वो इंडिया गठबंधन के साथ रहेंगे या अपना पाला बदलेंगे. 

यह भी पढ़ें...

पहले सॉफ्ट फिर सीएम पर बरसे सहनी!

दरअसल, कुछ दिनों से मुकेश सहनी खामोश थे. कोई भी राजनीतिक टिप्पणी करने से बच रहे थे. मुकेश सहनी की इंडिया गठबंधन से नाराजगी की अटकलें तब और तेज हो गईं जब उन्होंने पीएम मोदी के अह्वान पर अपनी प्रोफाइल फोटो बदल ली थी. इसके बाद जेडीयू नेता और नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी से मुलाकात के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई कि मुकेश सहनी सीएम नीतीश के साथ जा सकते हैं. उनकी पार्टी के नेता और खुद मुकेश सहनी सीएम नीतीश पर सॉफ्ट नजर आ रहे थे. लेकिन मुकेश सहनी ने नीतीश कुमार पर न केवल हमला किया है  बल्कि उनकी नीतियों का भी खुलकर विरोध किया है. मुकेश सहनी ने 2025 में महागठबंधन की सरकार बनाने का दावा भी किया. 

मुकेश सहनी का बयान ये उस समय आया है चुनाव में एक साल का वक्त है और सभी पार्टियां मैदान में कूदने की तैयार करीब-करीब कर चुके हैं. प्रशांत किशोर की पार्टी भी जोर आजमाइश कर रही है. कयास लगाए जा रहे थे कि मुकेश सहनी तेजस्वी यादव का साथ छोड़ सकते हैं. लेकिन अब ये तेजस्वी यादव के लिए भी राहक की खबर है कि मुकेश सहनी 2024 लोकसभा चुनाव की तरह 2025 में तेजस्वी के साथ ही दिखने वाले हैं. 

मुकेश सहनी की नीतीश से क्यों नहीं बनी बात

मुकेश सहनी की मांग निषाद आरक्षण है लेकिन केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से कोई बड़ा आश्वासन मुकेश सहनी को नहीं मिला. दूसरी तरफ सीट शेयरिंग को लेकर सबसे ज्यादा मारामारी एनडीए में ही है. क्योंकि इधर, बीजेपी, जेडीयू, चिराग पासावन, जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और पशुपति पारस हैं. ऐसे में मुकेश सहनी की सीट के हिसाब से जगह एनडीए में बनती नहीं दिखी. बार-बार गठबंधन बदलने से मुकेश सहनी की छवि पर असर डाल सकता है. 

क्यों थी मुकेश सहनी के इंडिया गठबंधन छोड़ने की अटकलें 

मुकेश सहनी के एनडीए में शामिल होने की अटकलें इसलिए भी तेज थी कि वो पहले भी एनडीए का हिस्सा रह चुके हैं. नीतीश कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके हैं. लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन में तेजस्वी के साथ आ गए और हेलीकॉप्टर में बैठकर खूब प्रचार भी किया था. 

तेजस्वी के लिए क्यों जरूरी हैं मुकेश 

इंडिया गठबंधन के लिए मुकेश सहनी एक बड़ा चेहरा हैं,. वे सहनी समाज के बड़े नेता माने जाते हैं. सूबे के कुछ क्षेत्रों में सहनी वोटर अच्छी खासी संख्या में हैं. ऐसे में सहनी अगर तेजस्वी के साथ रहते हैं तो विधानसभा चुनाव में एनडीए के लिए मुश्किलें पैदा कर सकते हैं.

    follow google newsfollow whatsapp