जीतन राम मांझी के हाथ से फिसल गई पार्टी! क्या संतोष सुमन के सामने अब किसी की नहीं चलती?

सुकन्या सिंह

23 Oct 2024 (अपडेटेड: Oct 23 2024 10:41 AM)

Jitan Ram Manjhi News: माना जा रहा है कि इमामगंज सीट पर मांझी के छोटे बेटे प्रवीन सुमन की भी नजर थी. लेकिन संतोष सुमन के सामने किसी की नहीं चली और संतोष ने अपनी पत्नी को ही उम्मीदवार बनाया. जीतन राम मांझी का परिवार दीपा के नाम पर एक मत नहीं था.

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Jitan Ram Manjhi News: जीतन राम मांझी ने 9 साल पहले 8 मई 2015 को हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) पार्टी का गठन किया था. उस वक्त से लेकर अब तक जीतन राम मांझी HAM पार्टी के सर्वे सर्वा थे. लेकिन अब हम पार्टी से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि HAM पार्टी पर उनके बेटे संतोष सुमन ने पूरा कब्जा जमा लिया है. और पार्टी में अब संतोष सुमन और उनसे जुड़े लोगों की ही चलती है.

2018 में जीतन राम मांझी ने बेटे संतोष को बनाया था HAM का अध्यक्ष 

2019 के लोकसभा चुनाव से  पहले जीतन राम मांझी ने 2018 में संतोष सुमन को पार्टी का अध्यक्ष बनाया था. इसके बाद संतोष ने धीरे-धीरे पार्टी अपने हाथ में पूरे तरीके से ले ली. एक-एक कर संतोष के विरोधियों की पार्टी से छुट्टी होने लगी और संतोष के करीबियों का बोल बाला पार्टी पर बढ़ता चला गया.

2020 चुनाव में मांझी पर लगा परिवारवाद का आरोप 

बिहार में  हुए 2020 के विधानसभा चुनाव में NDA का हिस्सा बनने के बाद HAM पार्टी को जेडीयू के फोल्डर से 7 सीट मिली. पार्टी में टिकट बांटने में HAM पर परिवारवाद का आरोप लग गया. जीतन राम मांझी के अलावा ज्योति मांझी जो जीतन मांझी की समधन हैं उनको भी टिकट मिला और वो विधायक भी बनी. साथ ही 2020 के चुनाव में दामाद को भी जीतन राम मांझी ने मैदान में उतारा इसके अलावा जीतन मांझी खुद भी मैदान में उतरे कुल मिलाकर 7 में से 3 टिकट परिवार में बंटा.

अब संतोष की पत्नी दीपा मांझी भी मैदान में 

2024 के उपचुनाव में हम पार्टी को इमामगंज सीट एनडीए में मिली और संतोष ने यहां से अपनी पत्नी दीपा मांझी को टिकट दे दिया. दीपा मांझी अब तक विरोधियों पर दिलचस्प निशाना साधकर सोशल मीडिया में सुर्खिया बटोर रही थी. अब इलेक्टोरल पॉलिटिक्स में दीपा का डेब्यू हो रहा है.

मांझी परिवार में महाभारत! 

माना जा रहा है कि इमामगंज सीट पर मांझी के छोटे बेटे प्रवीन सुमन की भी नजर थी. लेकिन संतोष सुमन के सामने किसी की नहीं चली और संतोष ने अपनी पत्नी को ही उम्मीदवार बनाया. जीतन राम मांझी का परिवार दीपा के नाम पर एक मत नहीं था. मांझी परिवार में  इमामगंज सीट को लेकर महाभारत की स्थीति थी. जीतन राम मांझी की दूसरी पत्नी अपने  बेटे प्रवीन सुमन को उम्मीदवार बनाना चाहती थी. बड़े बेटे संतोष सुमन पत्नी को उम्मीदवार बनाना चाहते थे. जीतन मांझी की समधन और हम पार्टी की विधायक ज्योति देवी अपने बेटे और  जीतन मांझी के दामाद देवेंद्र मांझी को उम्मीदवार बनाना चाहते थे.  लेकिन संतोष के सामने परिवार और पार्टी में किसी के नहीं चली

दो पत्नियों से 7 बच्चों के पिता हैं जीतन राम मांझी

जीतन राम मांझी ने दो शादियां की हैं और वो सात बच्चों के पिता हैं. पहली पत्नी से मांझी को एक बेटा संतोष सुमन और दो बेटियां हैं वहीं दूसरी पत्नी से एक बेटा प्रवीण सुमन और तीन बेटियां हैं.

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