बिहार में हुआ जब दो बाहुबलियों का आमना-सामना, जानें पप्पू यादव और आनंद मोहन के बीच क्या हुई बातें

सुकन्या सिंह

27 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 27 2024 7:58 PM)

Bihar News: बिहार में दो बाहुबलियों के मिलने की खूब चर्चा है. इनमें एक हैं पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव और दूसरे हैं आनंद मोहन सिंह. पप्पू यादव के पिता के निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त करने आनंद मोहन सिंह पप्पू यादव के मधेपुरा निवास पर पहुंचे थे.

Pappu Yadav, Anand Mohan Singh

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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मधेपुरा में मिले सांसद पप्पू यादव से बाहुबली आनंद मोहन सिंह.

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पप्पू यादव के पिता के निधन पर श्रंद्धाजलि देने पहुंचे थे.

Bihar News: बिहार में दो बाहुबलियों के मिलने की खूब चर्चा है. इनमें एक हैं पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव और दूसरे हैं आनंद मोहन सिंह. पप्पू यादव के पिता के निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त करने आनंद मोहन सिंह पप्पू यादव के मधेपुरा निवास पर पहुंचे थे. शुक्रवार को जब अचानक दो पूर्व बाहुबलियों का आमना-सामना हुआ तो लोग चर्चा करने लगे. पप्पू यादव के मधेपुरा वाले आवास पर अचानक आनंद मोहन पहुंच गए थे.

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पप्पू यादव को सामने देखते ही आनंद मोहन ने सबसे पहले पप्पू यादव को अपने गले से लगा लिया. बता दें कि पप्पू यादव के पिता का निधन पिछले दिनों हुआ था. इसके बाद पप्पू यादव को हिम्मत देने पूर्व सांसद आनंद मोहन पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव के घर पहुंचे थे.

इस दौरान सबसे पहले पप्पू यादव आनंद मोहन को अपने पिता की तस्वीर दिखाने के लिए लेकर गए तो पप्पू के पिता की तस्वीर पर आनंद मोहन ने फूल चढ़ाए और काफी देर तक वहां हाथ जोड़े खड़े रहे. इस दौरानन पप्पू यादव ने अपनेे हाथों से आनंद मोहन को खाना परोसा. दोनों ने साथ बैठकर खाना खाया. आपको बता दें कि 80 और 90 के दशक में जब बिहार जातीय संघर्ष से जूझ रहा था. तब पप्पू यादव और आनंद मोहन का बिहार की सियासत में उभार हुआ था. इस दौरान राजपूत नेता आनंद मोहन सिंह और यादव नेता पप्पू यादव में 36 का आंकड़ा हुआ करता था.

पहले थे विरोधी, फिर दोस्त बने

जब मंडल कमीशन आया तब जहां आनंद मोहन ने इसका विरोध किया तो वहीं पप्पू यादव मंडल कमीशन के समर्थन में थे. दोनों नेताओं में वर्चस्व की लड़ाई का दौर भी बिहार के लोगों ने खूब देखा. 1991 में मधेपुरा के उपचुनाव में
पप्पू यादव जहां  शरद यादव को जिताने के लिए दम दिखा रहे थे तो वहीं आनंद मोहन शरद यादव को हराना
चाहते थे. लेकिन समय बीतने के साथ दोनों ने अपने संबंधों के बीच की कड़वाहट को दूर करने की कोशिश की. कुछ समय पहले तस्वीरें सामने आईं, जिसमें आनंद मोहन की बेटी की शादी में पप्पू यादव पहुंच गए थे. इसके बाद से दोनों के बीच संबंंध मधुर ही रहे हैं.

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