बाबा बागेश्वर बिहार आने वाले हैं, उससे पहले ही बिहार की सियासत में बवाल मचा हुआ है. महाराष्ट्र से चली औरंगजेब की सियासत वाली आंच में बिहार भी जल रहा है. दरअसल छावा फिल्म के रिलीज होने के बाद से औरंगजेब को लेकर विवाद चल रहा है. जिसमें उसे अत्यंत क्रूर शासक दिखाया गया है.
ADVERTISEMENT
सपा विधायक अबू आजमी ने भी मुगल बादशाह औरंगजेब पर टिपण्णी करते हुए इंसाफ पसंद बादशाह बताया था. जिसके बाद उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा सत्र से सस्पेंड कर दिया गया. बिहार में भी जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने भी औरंगजेब को अच्छा राजा बताया. इस विवाद में बागेश्वर धाम के संस्थापक पंडित धीरेन्द्र शास्त्री की भी कथित एंट्री हो गई.
सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट से सियासी बवाल
दरअसल पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बिहार में कथा होना है. उसके पहले एक बाबा बागेश्वर के एक्स हैंडल से पोस्ट किया गया जिसमें औरंगजेब की फोटो पर एक लाइक पर एक जूता और एक रिपोस्ट पर 10 जूते लिखे थे. इस पोस्ट के बाद सियासी घमासान मच गया. आरजेडी ने इसे चुनावी साल में राजनीतिक षड्यंत्र बताया जबकि बीजेपी ने स्वागत किया है. बाबा बागेश्वर के बिहार दौरे पर सियासत तो अपनी जगह है, लेकिन बाबा बागेश्वर के जिस हैंडल से औरंगजेब वाला पोस्ट किया गया है वो बाबा बागेश्वर धाम का नहीं है.
पोस्ट बाबा बागेश्वर का नहीं है?
बिहार तक से बातचीत में बाबा बागेश्वर धाम के ऑफिसियल ने बताया कि औरंगजेब वाला पोस्ट वाला हैंडल उनकी टीम नहीं चलाती है. बाबा बागेश्वर धाम का एक हैंडल है जो ऑफिशियल है. जिसमें बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा से जुड़ी जानकारी समय- समय पर दी जाती है. यानी जिस बाबा बागेश्वर के औरंगजेब वाले पोस्ट पर बबाल मचा है वो हैंडल ही फर्जी है.
बावजूद इसके विधानसभा चुनाव से पहले बाबा बागेश्वर का दरबार सियासी मुद्दा तो बन ही गया है. इससे पहले भी बीजेपी नेता बाबा बागेश्वर के दरबार में आरती करते दिखे थे. बाबा बागेश्वर की यात्रा की टाइमिंग को लेकर आरजेडी सवाल कर रही है तो वहीं जेडीयू बचाव करने लगी है.
यह भी पढ़ें:
नीतीश के बेटे निशांत की राजनैतिक राह में ये 5 कांटे, विरोधियों के साथ साथियों से भी टकराना होगा
ADVERTISEMENT