Personal Finance: बाजार की हालत बेहद खस्ता है. शेयर बाजार हिचकोले खा रहा है. निवेशक घबराए हुए हैं. इस साल यानी साल 2025 में महज 2 महीने में 45 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. मेहनत से पैसे कमाकर निवेश के रूप में SIP में पैसे डालने वालों का उससे मोह भंग होने लगा है. ऐसे में निवेश दूसरे विकल्प भी तलाश रहे हैं.
ADVERTISEMENT
AMFI के एक डेटा के मुताबिक जनवरी में 61 लाख 33 हजार लोगों ने एसआईपी खाते बंद कर दिए हैं. वहीं 56 लाख 19 हजार लोगों ने SIP खाते खोले भी हैं. यानी जनवरी में करीब 5 लाख 14 हजार SIP खाते कम हो चुके हैं. हालांकि एक्सपर्ट कह रहे हैं कि निवेश को लॉन्ग टर्म के रूप में देखें.
यही हाल नरेश का भी है. नरेश एक निजी कंपनी में काम करते हैं. इनकी उम्र 28 साल है. ये अभी बैचलर हैं. इनकी शादी होने वाली है. कई प्लान हैं पर एसआईपी में लगाए पैसे माइनस में जा रहे हैं. ये अपनी मंथली कमाई से 10,000 रुपए एसआईपी में निवेश कर रहे थे ताकि ये अमाउंट बढ़ने पर कोई काम कर लेंगे. मसलन कार वगैरह खरीद लेंगे. शादी के बाद हनीमून के लिए फॉरेन ट्रिप प्लान कर लेंगे.
अब ये निवेश का सुरक्षित और गारंटीड विकल्प तलाश रहे हैं. पर्सनल फाइनेंसी की इस सीरीज में हम रिकरिंग डिपॉजिट के बारे में बता रहे हैं. ये गुल्लक की तरह काम करेगा. पैसे एक निश्चित अवधि के लिए लॉक हो जाएंगे और इसपर चक्रवृद्धि ब्याज भी मिलेगा.
रिकरिंग डिपॉजिट (RD) है बेस्ट ऑप्शन
मंथली निवेश वाली कई सुरक्षित योजनाएं हैं जैसे पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, ईपीएफ, वीपीएफ, एनपीएस. चूंकि इनका उद्देश्य अलग-अलग है. इन्हीं में से एक है RD (Recurring deposit) और TD (Time deposit). आरडी में निवेश कर छोटी-छोटी रकम कलेक्ट कर सकते हैं. जिससे मैच्योरिटी पर ये पैसे कहीं न कहीं किसी खर्च में काम आ जाते हैं. इसपर ब्याज भी मिलता है और पैसे सेफ भी रहते हैं.
RD की खास बातें
- ये बैंक और पोस्ट ऑफिस दोनों में होता है.
- निजी बैंक में भी आरडी में निवेश कर सकते हैं.
- पोस्ट ऑफिस में मिनिमम लॉकिंग पीरियड 5 साल का है.
- बैंकों में 6 महीने से लेकर 10 साल की कोई अवधि चुन सकते हैं.
- पोस्ट ऑफिस की ब्याज दें सरकार तय करती है.
- बैंक की ब्याज दरें RBI पॉलिसी और मार्केट कंडीशन के अनुसार बदलती हैं.
- पोस्ट ऑफिस में अर्जित ब्याज पर TDS नहीं लगता, लेकिन ब्याज आपकी इनकम में जुड़कर टैक्सेबल हो सकता है.
- बैंक RD पर ₹40,000 (सीनियर सिटीजन के लिए पहले ₹50,000 जो अब 100000 हो गया है) से अधिक ब्याज पर 10% TDS लगता है.
- ब्याज दर तिमाही कंपाउंडिग है.
- न्यूनतम निवेश 100 रुपए मंथली है. अधिकतम की कोई सीमा नहीं है.
- अगर आपको स्थिर ब्याज दर चाहिए और लंबी अवधि (5 साल) तक निवेश करना है तो पोस्ट ऑफिस की RD बेस्ट है.
- अगर आपको छोटी अवधि (6 महीने - 2 साल) में निवेश करना है और TDS नियमों के अनुसार प्लान करना है तो बैंक से RD करा सकते हैं.
- यदि पोस्ट ऑफिस की आरडी 5 साल पहले तोड़ना है तो 3 वर्ष (36 महीने) पूर्ण होने के विदड्रॉल की अनुमति है.
- हालांकि इस पर कुछ पेनल्टी लग सकती है.
- पोस्ट ऑफिस में खाता परिपक्व होने पर इसे 5 साल की अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है.
- बैंकों की आरडी के लिए उनके नियम लागू होते हैं.
रिकरिंग डिपॉजिट करके ले सकते हैं लोन
पोस्ट ऑफिस RD पर आप लोन भी ले सकते हैं. यानी आरडी में आपकी रकम सेफ होती चली जाएगी और आपकी जरूरत के हिसाब से एकमुश्त राशि लोन के रूप में पोस्ट ऑफिस आपको कुछ शर्तों के साथ देता है. इससे आपको आरडी या अन्य कोई निवेश तोड़ना नहीं पड़ता और धीरे-धीरे आप इस लोन अमाउंट को भी चुकता कर देते हैं.
नियम और शर्तें:
- RD खाता खोलने के बाद कम से कम 1 साल (12 महीने) पूरे होने चाहिए.
- खाते में जमा राशि का 50% तक लोन मिल सकता है.
- RD पर मिलने वाली ब्याज दर + 2% अतिरिक्त ब्याज (उदाहरण: अगर RD पर 6.7% ब्याज मिल रहा है, तो लोन पर 8.7% ब्याज देना होगा).
- लोन का भुगतान एकमुश्त (लंपसम) या किस्तों में किया जा सकता है.
- इसे RD की मैच्योरिटी अवधि से पहले चुकाना होगा.
- लोन नहीं चुकाया तो RD की मैच्योरिटी पर लोन और ब्याज काटकर शेष राशि दी जाएगी.
लोन लेने की प्रक्रिया:
- पोस्ट ऑफिस शाखा में जाकर RD लोन के लिए आवेदन करना होगा.
- आधार, पैन और RD खाते की जानकारी देनी होगी.
- कुछ पोस्ट ऑफिस में यह सुविधा ऑनलाइन भी उपलब्ध है.
बैंक और पोस्ट ऑफिस RD से तुलना
खास बातें | पोस्ट ऑफिस RD | बैंक RD |
निवेश की न्यूनतम अवधि | 5 साल | 6 महीने से लेकर 10 साल (बैंक पर निर्भर) |
ब्याज दर | 6.7% (Q1 FY 2024-25) | 4.5% से 7.5% (बैंक और अवधि के अनुसार) |
न्यूनतम निवेश की राशि | 100 रुपए (अधिकम की सीमा नहीं) | 100-500 रुपए (अधिकम की सीमा नहीं) |
ब्याज | तिमाही चक्रवृद्धि ब्याज | मासिक, तिमाही, छताही चक्रवृद्धि ब्याज (बैंक पर निर्भर) |
मैच्योरिटी से पहले निकासी | 3 साल बाद संभव (पेनल्टी लग सकती है) | बैंक की शर्तों के अनुसार |
टैक्स बेनिफिट | ब्याज पर TDS नहीं लगता, लेकिन टैक्सेबल होता है | बैंक RD पर ₹40,000 (सीनियर सिटीजन के लिए ₹100000) से अधिक ब्याज पर TDS कटता है |
5 साल की अवधि में 5000 मंथली निवेश पर रकम | डिपॉजिट अमाउंट 3 लाख और ब्याज करीब 57000 रुपए | डिपॉजिट अमाउंट 3 लाख और ब्याज करीब 57000 रुपए या इससे कम या अधिक (ब्याज दर बैंक पर निर्भर) |
निष्कर्ष:
चूंकि नरेश मासिक निवेश करना चाहते हैं, पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट (RD) योजना उनके लिए उपयुक्त हो सकती है. यह योजना सुरक्षित है और निश्चित रिटर्न प्रदान करती है. हालांकि, RD की ब्याज दर TD और अन्य निवेश के विकल्प की तुलना में कम है, लेकिन यह मासिक निवेश के लिए सुविधाजनक विकल्प है. हालांकि लॉन्ग टर्म के लिए एसआईपी का रिटर्न RD की तुलना में कई गुना ज्यादा हो सकता है. शॉर्ट टर्म और सुरक्षित निवेश देख रहे हैं तो RD को एक गुल्लक की तरह देख सकते हैं जिसमें मंथली पैसे जमा होने के साथ एक निश्चित और रिटर्न मिलता है और आपका पैसा भी सुरक्षित रहता है.
डिस्क्लेमर: ये जानकारी आपको निवेश के विकल्प के रूप में बताई गई है. निवेश करने से पहले बैंकों का इंट्रेस्ट रेट और उनके नियम जरूर जान लें. साथ ही निवेश के लिए एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें:
Personal Finance : पैसे डबल करने हैं तो पोस्ट ऑफिस की KVP स्कीम है गजब की, जानें इसकी पूरी डिटेल
ADVERTISEMENT