दुनियाभर में शेयर मार्केट (share market roundup) ने निवेशकों को भारी निराश किया है. आए दिन मार्केट क्रैड, डाऊन जैसे अपडेट ने निवेशकों को मोह भंग करना शुरू कर दिया है. कइयों के पैसे डूब गए हैं. इन सबके बीच सोने की चमक ने निवेशकों के चेहरे और पॉकेट दोनों की चमक बढ़ा दी है. ये चमक इतनी ज्यादा है कि शेयर बाजार का रिटर्न भी इसके सामने फीका पड़ता जा रहा है.
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Personal Finance के इस सीरीज में हम आपको सोने में निवेश और इसके अल्टीमेट रिटर्न के बारे में बताने जा रहे हैं. इंडिया टुडे ग्रुप के Tak चैनल्स के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर के साप्ताहिक कार्यक्रम 'हिसाब-किताब' से सोने में निवेश और इसके रिटर्न की पूरी गणित समझाएंगे. हम आपको शेयर बाजार के रिटर्न से इसकी तुलना करके भी बताएंगे.
सोना 91 हजार रुपए से भी हुआ पार
यदि आज यानी 7 अप्रैल सोने के भाव की बात करें तो 24 कैरेट प्रति 10 ग्राम सोने का भाव 91 हजार रुपए से भी पार हो गया है. अप्रैल महीने में सोना (gold price update) लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है. 25 साल पहले अगर किसी ने एक लाख रुपये का सोना खरीदा होता तो आज उसकी कीमत होती करीब 19 लाख रुपए हो गई है, जबकि यही निवेश Nifty में किया होता तो कीमत होती करीब 18 लाख रुपए ही होती.
सोने की बढ़ती कीमतें
साल | 24 कैरेट की कीमत प्रति 10 ग्राम |
2020 | 48651 रुपए |
2021 | 48720 रुपए |
2022 | 52670 रुपए |
2023 | 65330 रुपए |
2024 | 80450 रुपए |
2025 | 89000 रुपए |
बहस पुरानी पर सोच नई
ये बहस आज से नहीं बल्कि पुराने वक्त से चली आ रही है कि सोना खरीद लो. ये बुरे वक्त में काम आएगा. पहले के बुजुर्ग निवेश के नाम पर सोना खरीदकर रखते थे. ये बहस और बुजुर्गों की बात भले ही पुरानी हो पर है बड़े काम की. अभी तक शेयर मार्केट को ही शानदार रिटर्न के रूप में देखा जा रहा था. पर इस बहस ने आज की पीढ़ी को फिर बुजुर्गों के इस पुराने फंडे पर सोचने को मजबूर कर दिया है. अब नई पीढ़ी इस टिप्स को नए अंदाज में स्वीकार करने लगी है.
गोल्ड का रिटर्न
साल | रिटर्न |
2025 से अब तक | 15% |
2024 | 27% |
2023 | 14% |
2022 | 13% |
टैरिफ वार में शेयर धड़ाम पर सोने की हो रही बल्ले-बल्ले
टैरिफ वॉर को लेकर पूरी दुनिया परेशान है. इस वार का असर शेयर बाजार पर पड़ा रहा है. एक तरफ शेयर बाजार धड़ाम हो रहा है तो वहीं सोने की चमक बढ़ती जा रही है. केवल बात 2025 की ही नहीं है. लगभग हर अवधि में सोना या तो शेयर बाजार से बेहतर कर रहा है या लगभग बराबरी पर है.
ऐसे समझें सोने की गणित को
पांच साल पहले सोने में एक लाख रुपये लगाए होते तो आज उसकी कीमत 1.88 लाख रुपये होती, जबकि Nifty में 1.65 लाख रुपये. दस साल पहले सोने में यही निवेश 3.30 लाख रुपए होता जबकि शेयर बाजार में 2.91 लाख रुपए.
Gold Vs Nifty
एसेट | निवेश | 25 साल बाद वैल्यू |
सोना | 1 लाख रुपए | 20 लाख रुपए |
Nifty | 1 लाख रुपए | 18 लाख रुपए |
10 साल के लिए निवेश
एसेट | निवेश | 10 साल बाद वैल्यू |
सोना | 1 लाख रुपए | 3 लाख 30 हजार रुपए |
Nifty | 1 लाख रुपए | 2 लाख 91 हजार रुपए |
5 साल के लिए निवेश
एसेट | निवेश | 10 साल बाद वैल्यू |
सोना | 1 लाख रुपए | 1 लाख 78 हजार रुपए |
Nifty | 1 लाख रुपए | 1 लाख 65 हजार रुपए |
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तो क्या Gold में लगा दें सारे पैसे?
जाने माने इन्वेस्टर वॉरेन बफे का कहना है सोने की कोई उपयोगिता नहीं है. अभी पूरी दुनिया में 2.16 लाख मैट्रिक टन सोना है. अगर आप सारा सोना पिघला कर एक Cube की शक्ल दे देंगे तो इसकी एक दीवार 68 फ़ीट की होगी . गहने बनाने के अलावा इसका कोई उपयोग नहीं है. इसके उलट आपके पास ज़मीन है तो खेती कर सकते है. साल दर साल आमदनी हो सकती है. कंपनियों के शेयरों में पैसे लगाएँगे तो वो बिज़नेस करेगी. लंबे समय तक पैसे बना सकते है. बफ़ेट सोने को डेड इन्वेस्टमेंट कहते हैं.
एक ही टोकरी में सारे अंडे रखना रिस्की होगा
तो फिर आप क्या करें? जानकार कहते हैं कि किसी एक टोकरी में सारे अंडे ना रख दें. इसी कारण पोर्टफ़ोलियो में दस प्रतिशत तक सोना रखने की सलाह दी जाती है. ये ज्यादा भी हो सकता है अगर आप कम से कम रिस्क लेना चाहते हैं तो.
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