टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने गुरुवार को अपने वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) के नतीजे घोषित किए. कंपनी ने इस दौरान यह भी घोषणा की कि वार्षिक वेतन वृद्धि (Salary Hike), जो आमतौर पर अप्रैल में लागू होती है, अब फिलहाल टाल दी गई है. कंपनी ने यह फैसला वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और अमेरिका में संभावित टैरिफ बदलावों के चलते लिया है.
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स्थिर माहौल के बाद होगा सैलरी हाइक पर फैसला
टीसीएस के आउटगोइंग चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (CHRO) मिलिंद लक्कड़ ने कहा, "हम इस वित्तीय वर्ष के दौरान ही यह तय करेंगे कि सैलरी हाइक कब देना है." उनका यह बयान कंपनी के सतर्क रुख को दर्शाता है, क्योंकि वैश्विक बाजार की परिस्थितियां अभी अस्थिर बनी हुई हैं. यह पहली बार नहीं है जब टीसीएस ने ऐसा कदम उठाया है. इससे पहले COVID-19 महामारी के दौरान भी कंपनी ने सैलरी हाइक टाल दी थी.
क्लाइंट्स का खर्च घटाने का संकेत
कंपनी के सीईओ के. कृतिवासन ने कहा कि कई क्लाइंट्स अपने बजट की समीक्षा कर रहे हैं और टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितता के कारण प्रोजेक्ट्स में देरी हो रही है या उन्हें छोटा किया जा रहा है. उन्होंने कहा, “अगर यह स्थिति बनी रही, तो डिस्क्रेशनरी स्पेंडिंग में और देरी हो सकती है”.
वेरिएबल पे में राहत
हालांकि सैलरी हाइक टल गई है, लेकिन कंपनी ने भरोसा दिलाया है कि वेरिएबल पे मिलती रहेगी. चौथी तिमाही में 70% कर्मचारियों को पूरी वेरिएबल पे मिलेगी, जबकि बाकी कर्मचारियों को बिजनेस परफॉर्मेंस के आधार पर भुगतान किया जाएगा.
फ्रेशर्स की होगी भर्तियां
टीसीएस ने साफ किया है कि वह फ्रेशर्स की भर्ती जारी रखेगी. कंपनी इस साल भी कॉलेजों से करीब 42,000 इंजीनियर्स की भर्ती करने की योजना बना रही है, जो पिछले साल के समान है. चौथी तिमाही में कंपनी ने 625 नए कर्मचारियों को जोड़ा, जिससे कुल कर्मचारियों की संख्या 6,07,979 हो गई है.
FY25 में अब तक कंपनी ने कुल 42,000 फ्रेशर्स को सफलतापूर्वक ऑनबोर्ड किया है. इस साल कंपनी ने शुद्ध रूप से 6,433 नए कर्मचारियों की वृद्धि की, जबकि पिछले वर्ष 13,249 की गिरावट दर्ज की गई थी. तिमाही में एट्रिशन रेट भी बढ़कर 13.3% हो गया, जो पिछली तिमाही में 13% था.
Q4 का वित्तीय प्रदर्शन
टीसीएस ने FY25 की चौथी तिमाही में ₹12,224 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो पिछले साल की समान तिमाही के ₹12,434 करोड़ के मुकाबले 1.7% कम है. वहीं, कंपनी की रेवेन्यू 5.3% की सालाना वृद्धि के साथ ₹64,479 करोड़ रही. तिमाही दर तिमाही आधार पर यह 0.79% की वृद्धि है.
पूरे वित्तीय वर्ष की बात करें तो टीसीएस ने ₹48,553 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल से 5.8% अधिक है. वहीं, सालाना रेवेन्यू ₹2,55,342 करोड़ रहा, जिसमें 6% की वृद्धि हुई है. कंपनी ने पहली बार $30 बिलियन का वार्षिक रेवेन्यू पार किया है.
कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू में वृद्धि
चौथी तिमाही में कंपनी का टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) $12.2 बिलियन रहा, जो तीसरी तिमाही के $10.2 बिलियन से अधिक है. पहली और दूसरी तिमाही में यह क्रमशः $8.3 बिलियन और $8.6 बिलियन रहा था.
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