2019 में सरकार ने सीएए कानून संसद से पास कराया तो बड़ा हंगामा मचा. सरकार ने इसे नागरिकता पहचान करने वाला कानून बनाया. सीएए के विरोधियों ने नागरिकता छीनने वाले कानून का नाम दिया. विरोध प्रदर्शन तो पूरे देश में हुए लेकिन दिल्ली का शाहीन बाग प्रोटेस्ट कैपिटल जैसा बन गया. शाहीन बाग का प्रोटेस्ट 15 दिसंबर 2019 से 24 मार्च 2020 तक 101 दिनों तक चला जिसे महिलाओं ने लीड किया. अगर कोरोना न आया होता तो न जाने और कितने दिनों तक धरना, विरोध-प्रदर्शन चलता. #amiraziz #caa #artexibition #anitabube
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