Chhattisgarh Cabinet Expansion 2025: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार ने हाल ही में निगम, मंडल और आयोगों में अध्यक्ष व उपाध्यक्षों की नियुक्तियों की घोषणा कर दी है. बुधवार देर रात जारी हुई इस सूची के बाद अब राज्य में कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं तेज हो गई हैं.
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सूत्रों की मानें तो नवरात्र के बाद साय सरकार अपनी कैबिनेट में नए चेहरों को शामिल कर सकती है. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है. आइए जानते हैं कि इस विस्तार में क्या हो सकता है खास और कौन-कौन से नेता हैं रेस में सबसे आगे.
दिल्ली दौरे से बनी कैबिनेट विस्तार की रणनीति
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हाल ही में दिल्ली का दौरा किया था, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की. सूत्रों का दावा है कि इस दौरे के दौरान न केवल निगम-मंडल की नियुक्तियों को हरी झंडी मिली, बल्कि कैबिनेट विस्तार को लेकर भी रणनीति तैयार की गई. माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व की सहमति के बाद ही साय सरकार अब बड़े बदलाव की तैयारी में है.
हरियाणा फॉर्म्युले पर होगा कैबिनेट विस्तार?
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि छत्तीसगढ़ में कैबिनेट विस्तार हरियाणा मॉडल के आधार पर हो सकता है. हरियाणा में 90 विधानसभा सीटें हैं और वहां मुख्यमंत्री सहित 14 मंत्रियों की कैबिनेट है. वहीं, छत्तीसगढ़ में भी 90 सीटें हैं, लेकिन अभी साय सरकार में मुख्यमंत्री सहित सिर्फ 10 मंत्री हैं. दो पद खाली हैं—एक पद पहले से रिक्त था, जबकि दूसरा ब्रजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद खाली हुआ. अगर हरियाणा फॉर्म्युला लागू होता है, तो छत्तीसगढ़ में भी 14 मंत्रियों की कैबिनेट बन सकती है, यानी तीन नए मंत्रियों को जगह मिल सकती है.
हरियाणा फॉर्म्युले की बात करें तो यह एक ऐसा मॉडल है, जिसमें विधानसभा सीटों की संख्या के आधार पर मंत्रियों की संख्या तय की जाती है. हरियाणा में 90 सीटों के बावजूद 14 मंत्रियों को शामिल किया गया है. अगर छत्तीसगढ़ में भी यही फॉर्म्युला अपनाया जाता है, तो मौजूदा 10 मंत्रियों के अलावा तीन और विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है. हालांकि, इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
कौन-कौन से नेता हैं दावेदार?
निगम, मंडल और आयोगों में हुई नियुक्तियों के बाद अब कैबिनेट में नए चेहरों को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में अजय चंद्राकर, अमर अग्रवाल और राजेश मूणत जैसे नाम सबसे आगे चल रहे हैं. इसके अलावा, पार्टी नए और अनुभवी नेताओं के बीच संतुलन बनाते हुए कुछ चौंकाने वाले नामों को भी शामिल कर सकती है. सूत्रों का कहना है कि साय सरकार इस विस्तार के जरिए क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन को भी ध्यान में रखेगी.
नवरात्र के बाद बदलाव की उम्मीद
राज्य में नवरात्र के बाद कैबिनेट विस्तार की संभावना जताई जा रही है. निगम-मंडल की नियुक्तियों के बाद यह साफ है कि साय सरकार संगठन और सरकार के बीच तालमेल को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है. कैबिनेट विस्तार के बाद सरकार की कार्यशैली में भी बदलाव देखने को मिल सकता है. फिलहाल, सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या साय सरकार हरियाणा फॉर्म्युले को अपनाएगी और कौन से नए चेहरे कैबिनेट में शामिल होंगे.
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