छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की एक युवा उद्यमी ईशा पटेल ने अपने जुनून और जज्बे से ऐसा स्टार्टअप खड़ा किया, जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को प्रभावित कर दिया. नौकरी छोड़कर खुद का गोलगप्पे कैफे शुरू करने वाली ईशा ने दिल्ली में पीएम मोदी के सामने अपना बिजनेस आइडिया पेश किया.
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मुद्रा योजना के तहत मिली मदद से उन्होंने ‘हाउस ऑफ पुचका’ की नींव रखी और आज वह रायपुर में एक सफल महिला उद्यमी के रूप में जानी जाती हैं. उनकी इस प्रेरणादायक सफलता को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी सराहा और सोशल मीडिया पर शेयर कर युवाओं के लिए मिसाल बताया.
नौकरी छोड़कर शुरू किया स्टार्टअप
ईशा पटेल ने बिजनेस शुरू करने से पहले मुंबई में एक निजी कंपनी में सालाना 6 लाख रुपये के पैकेज पर नौकरी की थी. लेकिन नौकरी में मन न लगने के कारण उन्होंने कुछ अलग करने की सोची. परिवार के समर्थन से उन्होंने मुद्रा योजना के तहत 6 लाख रुपये का लोन लेकर अपने सपने को साकार किया.
ऐसे मिला बिजनेस का आईडिया
पीएम मोदी से बातचीत में ईशा ने बताया कि एक मिडल क्लास परिवार के लिए 50 हजार रुपये की नौकरी छोड़ना एक बड़ा जोखिम था. लेकिन उन्होंने बिजनेस शुरू करने से पहले पूरी रिसर्च की. उनका मानना है कि अगर रिसर्च सही हो, तो नतीजे भी बेहतर मिलते हैं. रिसर्च के दौरान उन्होंने समझा कि मुनाफा कैसे कमाया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने काम की शुरुआत की और आज पूरे शहर में उन्हें शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है.
मुख्यमंत्री ने की सराहना
ईशा की इस उपलब्धि का वीडियो मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर शेयर किया. उन्होंने लिखा "आसमान की कोई सीमा नहीं होती है. यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने राजधानी रायपुर की एक युवा उद्यमी और "हाउस ऑफ पुचका" की संस्थापक से बातचीत की, जिन्होंने घर पर खाना पकाने से लेकर एक सफल कैफे व्यवसाय स्थापित करने तक की अपनी प्रेरक यात्रा साझा की."
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