दिल्ली में बड़ा खुलासा! फर्जी ID बनाकर बांग्लादेशियों को बसा रहा था गिरोह, जानिए कैसे हुआ भंडाफोड़

दिल्ली पुलिस ने राजधानी में अवैध रूप से रह रहे 8 बांग्लादेशी नागरिकों को अरेस्ट किया है. साथ ही, पुलिस ने फर्जी डाक्यूमेंट्स बनाने वाले गिरोह का भी भंडाफोड़ किया है. जांच में यह भी सामने आया कि कई अवैध प्रवासियों ने अपने बच्चों का भारत के स्कूलों में एडमिशन भी करवाया था.

Representative Image (Photo Ai)

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News Tak Desk

• 08:05 PM • 22 Mar 2025

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दिल्ली पुलिस ने दक्षिण दिल्ली में छापेमारी कर बांग्लादेशी नागरिकों और उनके भारतीय मददगारों को अरेस्ट किया है. इसके साथ ही पुलिस ने 6 अन्य अवैध प्रवासियों को विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के जरिए से बांग्लादेश डिपोर्ट कर दिया है, जबकि 4 संदिग्धों की जांच जारी है. जानकारी के मुताबिक पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि ये गिरोह फर्जी पहचान पत्र बनाता था.

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पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अंकिता चौहान के अनुसार, ये नेटवर्क  बांग्लादेश के अवैध नागरिकों को गलत तरीके से भारत में एंट्री करवाता था. यहां आने पर उनके रहने और रोजगार का इंतजाम भी किया जाता था. इसके अलावा ये गिरोह पैन कार्ड, वोटर कार्ड, आधार कार्ड और इंडियन पासपोर्ट जैसे फर्जी डाक्यूमेंट्स भी उपलब्ध करवाता था. इस दौरान पुलिस  बांग्लादेश को डिजिटल भुगतान ऐप्स के जरिए पैसे भेजने वाले एक बॉर्डर-पार मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का भी पता चला है.

भारतीय महिला से कर ली थी शादी

अरेस्ट किए गए आरोपियों में मोहम्मद आलमगीर (34) शामिल है, जो 2007 में भारत आया था और कबाड़ के बिजनेस से जुड़ा था. उसने एक भारतीय महिला से शादी कर ली और उसके दो बच्चे हैं. उसका छोटा भाई, मोहम्मद ज्वेल इस्लाम (27), 2021 में यहां आया और वह भी कबाड़ के धंधे में लगा गया. वहीं, एक मोहम्मद रिजाउल नाम का एक अन्य आरोपी साल 2000 से भारत आया और यही रहने लगा.  रिजाउल ने अपना इंडियन पासपोर्ट भी बना लिया था. वो इस पासपोर्ट के जरिए भारत और बांग्लादेश के बीच सामान की तस्करी करता था.

मास्टरमाइंड चलाता था कंप्यूटर की दुकान

पुलिस के अनुसार, मोहम्मद मोइनुद्दीन इस गिरोह का मास्टरमाइंड था. मोइनुद्दीन दिल्ली में कंप्यूटर की दुकान चलाता था. इसके साथ ही वह फर्जी डेट ऑफ बर्थ सर्टिफिकेट समेत अन्य डाक्यूमेंट्स भी तैयार करता था. इन्हीं के आधार पर अवैध प्रवासियों के लिए  पैन, आधार और वोटर आईडी कार्ड तैयार किए जाते थे. पुलिस ने छापेमारी के दौरान 23 वोटर आईडी, 17 आधार कार्ड, 19 पैन कार्ड, 11 डेट ऑफ बर्थ सर्टिफिकेट, 6 खाली वोटर आईडी कार्ड और एक कंप्यूटर सिस्टम को अपने कब्जे में लिया है. 

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