Delhi News: दिल्ली के 1700 से अधिक प्राइवेट स्कूलों में आर्थिक रूप से कमजोर (EWS), वंचित समूहों और दिव्यांगजन वर्ग के बच्चों के लिए नर्सरी, LKG, UKG और कक्षा-1 में प्रवेश प्रक्रिया 5 मार्च 2025 से शुरू हुई थी. ये प्रकिया जो 15 मार्च 2025 तक चलेगी. इसी बीच अब दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद का बड़ा बयान आया है.उन्होंने कहा है कि अगर एडमिशन को लेकर कोई गड़बड़ी करता है या किसी के पैसे की डिमांड करता है तो सीधे हमसे मिलकर शिकायत करें.
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दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया जारी
ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत दाखिले के लिए दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया अभी चल रही है. 5 मार्च को आयोजित लॉटरी के जरिए से चुने गए छात्रों में से अब तक 6192 छात्रों के दस्तावेज़ सत्यापित किए जा चुके हैं. ये प्रक्रिया निर्धारित वेरिफिकेशन सेंटर्स पर की जा रही है.
ट्रांसपेरेंसी की कमी दिखे बताएं
दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने एक बयान में कहा कि "अगर वेरिफिकेशन के दौरान अभिभावकों को किसी भी तरह की अनियमितता या ट्रांसपेरेंसी की कमी दिखे तो वे सीधे मुझसे संपर्क करके शिकायत दर्ज करा सकते हैं या अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए मेरे ऑफिस आ सकते हैं." उन्होंने आगे कहा, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व में शिक्षा विभाग एडमिशन प्रोसेस में पारदर्शिता को लेकर काम कर रहा है.
2 लाख से अधिक आवेदन
शिक्षा मंत्री ने बताया कि 2 लाख से ज्यदा आवेदनों में से EWS कोटे के तहत नर्सरी, केजी और कक्षा 1 में एडमिशन के लिए 44045 बच्चों के नाम लॉटरी के जरिए से निकाले गए हैं. इस में जिन छात्रों के नाम आए हैं उनका 6 मार्च से शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत 29 क्षेत्रों में डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन चल रहा है.इस बीच 6 से 10 मार्च तक 7042 बच्चों के अभिभावक वेरिफिकेशन सेंटर्स पर पहुंचे.
इतने बच्चे करा चुके हैं वेरिफिकेशन
7 मार्च: 2,431 अभिभावकों ने वेरिफिकेशन कराया, जिसमें 2,108 बच्चों के दस्तावेज़ सत्यापित हुए और 1,698 बच्चों को प्रवेश टोकन जारी किए गए.
8 मार्च: तीन क्षेत्रों (7, 14 और 22) में 64 छात्रों का सत्यापन हुआ, जिसमें से 43 को प्रवेश टोकन दिए गए और 21 छात्रों को दस्तावेज पूरे करने के लिए कहा गया.
10 मार्च: 29 क्षेत्रों में 3354 अभिभावकों ने सत्यापन केंद्रों का दौरा किया, जिसमें 2,924 बच्चों के दस्तावेज़ सत्यापित हुए और 2303 को प्रवेश टोकन जारी किए गए. 600 अभिभावकों को अधूरे दस्तावेजों के कारण नोटिस मिले, जबकि दो आवेदन खारिज कर दिए गए.
अभिभावकों से की अपील
शिक्षा मंत्री ने अभिभावकों से सतर्क रहने और किसी भी गड़बड़ी की सूचना तुरंत शिक्षा विभाग को देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि यदि कोई निजी स्कूल ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत एडमिशन देने के बदले पैसे मांगता है तो इसकी शिकायत सीधे उनके कार्यालय में दर्ज कराई जाए.
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