Delhi Water Park Accident: दिल्ली के कापसहेड़ा इलाके में स्थित फन एंड फूड विलेज वाटर पार्क में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां रोलर कोस्टर राइड के दौरान झूला टूटने से 24 साल की प्रियंका की मौत हो गई. प्रियंका अपने मंगेतर निखिल के साथ वाटर पार्क में घूमने आई थी. यह दुखद घटना 3 अप्रैल 2025 की शाम को हुई. प्रियंका के भाई ने वाटर पार्क प्रबंधन पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है.
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मंगेतर के साथ वाटर पार्क पहुंची थी प्रियंका
पुलिस के अनुसार, प्रियंका चाणक्यपुरी के विनय मार्ग पर अपने परिवार के साथ रहती थी. वह एक प्राइवेट कंपनी में सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत थी. प्रियंका की शादी नजफगढ़ के निखिल से फरवरी 2025 में तय हुई थी. 3 अप्रैल को निखिल ने प्रियंका को फोन किया और दोनों ने साथ में वाटर पार्क जाने का प्लान बनाया. दोपहर करीब 1 बजे दोनों कापसहेड़ा बॉर्डर के पास फन एंड फूड विलेज पहुंचे.
रोलर कोस्टर राइड में हुआ हादसा
दोनों ने पहले वाटर राइड्स का मजा लिया इसके बाद वह शाम करीब 6 बजे एम्यूजमेंट पार्क चले गए. जहां उन्होंने रोलर कोस्टर राइड लेने का मन बनाया. दोनों राइड ले रहे थे इसी दौरान जब झूला ऊंचाई पर पहुंचा, तभी अचानक उसका स्टैंड टूट गया. जिससे प्रियंका सीधे नीचे गिर पड़ी और गंभीर रूप से घायल हो गई. जिसके बाद उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. निखिल ने तुरंत प्रियंका के परिवार और पुलिस को सूचना दी.
भाई ने लगाए गंभीर आरोप
प्रियंका के भाई मोहित ने वाटर पार्क प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है. मोहित का कहना है कि पार्क में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे. हादसे के बाद प्रियंका को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया गया, जिससे उसकी जान चली गई. मोहित ने बताया कि हादसे के बाद वाटर पार्क के एक हिस्से को मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया. उन्होंने सवाल उठाया कि अगर झूलों की मरम्मत की जरूरत थी, तो उन्हें पहले ही क्यों नहीं ठीक किया गया? मोहित ने कहा, "लोगों की जान के साथ खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है?"
पुलिस ने शुरू की जांच
हादसे की सूचना मिलते ही कापसहेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने प्रियंका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और बाद में शव परिजनों को सौंप दिया. निखिल के बयान के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि हादसे की वजह तकनीकी खराबी थी या प्रबंधन की लापरवाही.
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