हरियाणा में चुनाव में प्रचार खत्म हो गया है. अब वोटिंग की बारी है. इसी बीच पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सिंह सहवाग की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है. वजह है कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को वीरेंद्र सहवाग का समर्थन. वीरेंद्र सहवाग तोशाम विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अनिरुद्ध चौधरी के लिए वोट मांगते दिखे और सोशल मीडया पर वायरल हो गए.
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सोशल मीडया यूजर्स बोले- बड़े बुजुर्ग कह गए हैं...होशियार लोग हमेशा लहर के साथ रहते हैं. कुछ यूजर्स ये भी कह रहे हैं कि 'लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने का असर अब दिखने लगा है.' सवाल ये उठने लगा है कि अक्सर पीएम मोदी और बीजेपी की तारीफ करने वाले वीरेंद्र सहवाग हरियाणा चुनाव में अचानक कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के लिए वोट क्यों मांगने लगे.
वीरेंद्र सहवाग ने खुद बताई इसकी वजह
आज तक से खास बातचीत में वीरेंद्र सहवाग ने कहा- 'तोशाम में बड़े भाई अनिरुद्ध चौधरी को सपोर्ट करने आया हूं. बहुत कम ऐसे लोग मिलते हैं. मेरा इनसे लगाव वर्ष 2000 से इनसे है. इनके पिता ने मुझे वाइस कैप्टन बनाया था. मैं पैदा हरियाणा में हुआ. पला-बढ़ा दिल्ली में हूं. खेला दिल्ली में हूं. मैंने इनको फोन किया कि भैया मैं आ रहा हूं. मैं अपना फर्ज निभा रहा हूं. हमारे यहां जाटों में होता है कि जब भी बड़ा भाई कोई काम करता तो सभी मदद के लिए जुटते हैं .'
वीरू से क्रिकेट पर कम लाइफ पर ज्यादा बात होती है- अनिरुद्ध चौधरी
कांग्रेस प्रत्याशी अनिरुद्ध चौधरी ने कहा कि वीरू हमेशा आते हैं. कभी मुझे बोलने की जरूरत नहीं पड़ती. मैं तो यही कहूंगा कि ये उनमें से हैं जो दिल के बहुत अच्छे हैं. हमारी क्रिकेट की कम और लाइफ के बारे में ज्यादा बात होती है.
कौन हैं अनिरुद्ध चौधरी?
तोशाम विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी अनिरुद्ध चौधरी बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष रह चुके हैं. इनके पिता रणबीर सिंह महेंद्रा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष रह चुके हैं. इन्होंने वीरेंद्र सहवाग को काफी मदद की थी. वीरेंद्र सहवाग खुद इसे स्वीकार करते हैं. ध्यान देने वाली बात है कि रणबीर सिंह महेंद्रा हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी बंशीलाल के बेटे हैं. बंशीलाल के दो बेटों में से दूसरे सुरेंद्र सिंह चौधरी का 2005 में निधन हो गया था.
तोशाम सीट पर भाई-बहन में मुकाबला
हरियाणा की तोशाम विधानसभा सीट पर मुकाबला इस बार काफी रोचक है. ये सीट हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे चौधरी बंसीलाल की राजनैतिक विरासत मानी जाती है. इस सीट पर कांग्रेस पार्टी ने अनिरुद्ध चौधरी को तो बीजेपी ने उनकी चचेरी बहन श्रुति चौधरी को मैदान में उतारा है. श्रुति राज्यसभा सांसद किरण चौधरी और सुरेंद्र सिंह की बेटी हैं.
परंपरागत सीट है तोशाम
हरियाणा की तोशाम सीट पूर्व सीएम बंशीलाल परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है. इस सीट से खुद चौधरी बंसीलाल 7 बार चुनाव लड़े और 6 बार जीते. इसके बाद उनके बेटे सुरेंद्र सिंह चार बार चुनाव लड़े और तीन बार जीत दर्ज की. 2005 में सुरेंद्र सिंह के निधन के बाद उनकी पत्नी किरण चौधरी 2009 से लेकर 2019 तक विधायक रही.किरण चौधरी कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गई हैं. इनकी बेटी श्रुति को बीजेपी ने इनकी पुस्तैनी सीट पर उतारा है.
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