अमित शाह का एक बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वायरल होने की वजह ये है कि लोग चंपई सोरेन को लेकर ताना मार रहे हैं. कह रहे हैं कि JMM में जब चंपई सोरेन हुआ करते थे तो इज्जत बहुत थी और अब बीजेपी में आते ही मंच से केंद्रीय गृहमंत्री ने सिर्फ चंपई कहकर बुलाया. हालांकि बाद में अमित शाह ने चंपई जी भी कहा, लेकिन इसके साथ ही अमित शाह का बुलाने का अंदाज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
ADVERTISEMENT
दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए रैली करने पहुंचे. सरायकेला विधानसभा क्षेत्र के आदित्यपुर फुटबाल मैदान में आयोजित जनसभा में देश के गृह मंत्री अमित शाह झारखंड सरकार का खाका खींच गए. उन्होंने कहा कि झामुमो ने चंपई सोरेन का अपमान किया है, लेकिन हम भाजपा की सरकार बनते ही उनका सम्मान करेंगे.
मंच पर तीन विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवार मौजूद थे और चंपई सोरेन, बाबूलाल समेत उम्मीदवारों को शाह ने मंच पर बुलाया. इस दौरान अमित शाह का बुलाने का अंदाज वायरल हो गया.
हालांकि ऐसा भी नहीं है कि पहली बार अमित शाह ने किसी को इस तरह से मंच पर बुलाया हो या संबोधन किया हो. इससे पहले अप्रैल 2021 में पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में अमित शाह की रैली थी. इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी सरकार पर तो हमला बोला ही साथ में रैली में बैठे एक शख्स को इस तरह से बुलाया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.
इससे पहले 23 दिसंबर 2019 को सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि जो लोग हिंसा भड़का रहे हैं वे अपने कपड़े से ही पहचाने जा सकते हैं. पीएम मोदी के इस बयान की बेहद आलोचना हुई थी.
मोदी-शाह के बाद इस बार के विधानसभा चुनाव में महाराष्ट के डिप्टी सीएम देंवेद्र फडणवीस ने एक बयान दिया, जिसमें उनकी भाषण देने की शैली की चर्चा हो रही है. छत्रपति संभाजीनगर में एक चुनावी रैली में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने एएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ओवैसी औरंगजेब का महिमामंडन कर रहे हैं. वे बोले- 'सुन ले औवेसी, कुत्ता भी ना पेशाब करेगा औरंगजेब की पहचान पर. अब तो तिरंगा लहराएंगे पूरे पाकिस्तान पर.'
देवेंद्र फडणवीस के बयान पर ओवैसी ने कहा- 'हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद किया था, आपके नहीं. फडणवीस, जिनके पूर्वज अंग्रेजों को प्रेम पत्र लिख रहे थे, हमें जिहाद सिखाएंगे. मोदी, शाह और फडणवीस एक साथ मुझे बहस में नहीं हरा सकते. लोकतंत्र में ‘वोट जिहाद और धर्मयुद्ध’ कहां से आया? आपने विधायक खरीदे, क्या हम आपको चोर कहें.' बता दें कि महाराष्ट्र-झारखंड में विधानसभा चुनाव हैं. चुनावी मौसम में बयानबाजी और शब्दों का खेल अक्सर देखा गया है.
यहां देखें Video
यह भी पढ़ें:
ADVERTISEMENT