महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए गहमागहमी तेज हो गई है. पीएम मोदी के दौरे के बाद चुनाव और रोमांचक नजर आ रहा है. शुक्रवार को पीएम मोदी ने एक रहेंगे सेफ रहेंगे का नारा दिया तो वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कह रहे हैं बंटेंगे तो कटेंगे.
ADVERTISEMENT
अब योगी के बयान को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में रिएक्शन शुरू हो गए हैं. महाराष्ट्र में योगी आदित्यनाथ के 'बंटेंगे तो कटेंगे' वाले नारे पर महायुति के साथी अजित पवार ने सवाल उठाए हैं. अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र शिवाजी, आंबेडकर, शाहू जी महाराज की धरती है. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में बाहर के लोग आकर ऐसे विचार बोल जाते हैं, दूसरे राज्यों के बीजेपी सीएम तय करें कि उन्हें क्या बोलना है.
अजित पवार ने कहा कि हम महायुति में एक साथ काम कर रहे हैं, लेकिन हमारी पार्टियों की विचारधारा अलग-अलग है. हम सभी कॉमन मिनिमम प्रोग्रॅम पर सरकार चलाते हैं. यह देश के विकास के लिए किया जा रहा है. हम आज भी शिव शाहू फुले के विचारों पर कायम हैं. हो सकता है कि दूसरे राज्यों में यह सब चलता हो, लेकिन महाराष्ट्र में ये काम नहीं करता. दूसरे राज्यों के बीजेपी मुख्यमंत्रियों को तय करना चाहिए कि क्या बोलना है.
वहीं शिंदे गुट के नेता संजय निरूपम ने योगी के नारे का समर्थन करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ कह रहे हैं कि अगर आप बिखर जाते हैं, तो कमजोर हो जाते हैं. अगर आप एकजुट रहते हैं, तो मजबूत रहते हैं. उन्होंने कहा कि अजीत दादा आज नहीं समझ रहे हैं, आगे समझ जाएंगे. 'बंटेंगे तो कटेंगे' ये लाइन बिल्कुल चलेगी. अजित दादा को समझना पड़ेगा. सीएम योगी कोई गलत बात नहीं कर रहे हैं, इसे समझने में कुछ लोगों को समय लग सकता है.
संजय राउत ने दी ये प्रतिक्रिया
वहीं इस बयानों पर संजय राउत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उद्धव गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में ये सब नहीं चलेगा. लोकसभा में भी नहीं चलेगा. महाराष्ट्र में न तो कोई बंटेगा न कोई कटेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी खुद बंट गई है, इसलिए दिनभर बंटने और कटने की बात करते हैं.
ADVERTISEMENT