Haryana Election: अगले महीने हरियाणा में विधानसभा के चुनाव होने है. चुनाव से पहले राज्य का सियासी पारा चरम पर है. हरियाणा में बीजेपी और कांग्रेस इन्हीं दोनों दलों के बीच मुकाबला होना है. 10 सालों से सत्तारूढ़ बीजेपी अपनी साख बचाने वहीं कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए संघर्ष कर रही है. दोनों दल चुनाव में कोई कोर कसर छोड़ने के मूड में नहीं है. इसी चुनावी समर के बीच हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा का इंटरव्यू आया है. इस इंटरव्यू में उन्होंने हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी, बीजेपी से लड़ाई और चुनाव में क्या होने जा रहा है? इन सभी बातों पर विस्तार से बातचीत की है. आइए आपको बताते हैं उनके इंटरव्यू के कुछ महत्वपूर्ण अंश.
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क्या हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी है?
भूपिंदर सिंह हुड्डा से ये सवाल पूछा गया कि, हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के बीच गुटबाजी देखने को मिल रही. एक हुड्डा कैंप है और दूसरा कुमारी सैलजा कैंप. क्या ये गुटबाजी की खबर सही है? इस सवाल का जवाब देते हुए हुड्डा ने कांग्रेस में गुटबाजी की अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी एकजुट है और राज्य में बहुमत के साथ सरकार बनाने का विश्वास जताती है.
हालांकि हुडा ने स्वीकार किया कि, कुछ नेताओं की आकांक्षाएं और मतभेद हैं, लेकिन पार्टी एकजुट होकर विधानसभा चुनाव लड़ रही है. उन्होंने कहा, 'हम एक पार्टी हैं. हम एकजुट हैं. कोई खेमा नहीं है. कुछ नेताओं के बीच मतभेद हो सकते हैं क्योंकि उन सभी की आकांक्षाएं हैं लेकिन, हर कोई कांग्रेस को मजबूत करने की बात कर रहा है. हम एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं.
चुनाव में जीत के बाद कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
यह पूछे जाने पर कि क्या विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत पर हरियाणा में उनके मुख्यमंत्री बनने की संभावना है? इस सवाल पर 77 वर्षीय हुड्डा ने कहा, 'हां, मैं इसके लिए तैयार हूं. कांग्रेस पार्टी के जीतने पर हम इस पर चर्चा कर सकते हैं.' आपको बता दें कि, पिछले महीने पीटीआई के साथ एक इंटरव्यू में अपनी 'न थके हैं और न ही सेवानिवृत्त' टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए, हुड्डा ने कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वह उसे निभाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, 'रिटायर होने का कोई सवाल ही नहीं है. अगर पार्टी मुझे मौका देगी तो मैं हरियाणा के लिए सेवा करूंगा.'
वहीं रणदीप सिंह सुरजेवाला के मुख्यमंत्री बनने की इच्छा के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए, हुड्डा ने कहा, 'यह ठीक है. वह मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रख सकते हैं लेकिन, जब नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक मिलेंगे, तो उनसे पूछा जाएगा. उनकी राय के बारे में पर्यवेक्षक और आलाकमान अंतिम निर्णय लेंगे.'
AAP-कांग्रेस में सीट बंटवारे पर क्यों नहीं बात?
AAP और कांग्रेस के बीच सीट-बंटवारे की बातचीत विफल होने के बारे में बोलते हुए, भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी से गठबंधन करने की पूरी कोशिश की, लेकिन बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई. AAP राष्ट्रीय स्तर पर हमारे गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन राज्य स्तर पर नहीं. हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी. सीट-बंटवारा लेन-देन पर होता है. हमने उन्हें कुछ सीटों की पेशकश की, वे और अधिक की मांग कर रहे थे, इसलिए यह गठबंधन नहीं हो सका.
AAP के मैदान में उतरने और चुनावी मुकाबले को बहुकोणीय बनाने के बारे में पूछे जाने पर हुड्डा ने कहा कि लड़ाई पूरी तरह से कांग्रेस और भाजपा के बीच है.
बीजेपी पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
भूपिंदर सिंह हुड्डा ने बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि, हरियाणा विधानसभा चुनाव में भगवा पार्टी का सफाया हो जाएगा. उन्होंने कहा बीजेपी की सरकार में 'हरियाणा लोक सेवा आयोग घोटाले में करोड़ों रुपये की वसूली हुई. अधीनस्थ सेवा आयोग के अध्यक्ष को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर दिया गया. कौशल विकास योजना में भ्रष्टाचार हुआ. कितने पेपर लीक हुए हैं? बीजेपी वाले सिर्फ अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'हमारा ध्यान बेरोजगारी, मुद्रास्फीति से निपटने, कानून-व्यवस्था बनाए रखने और पिछले 10 वर्षों में रुके हुए विकास को बढ़ावा देने पर होगा. पार्टी ने जो भी गारंटियां घोषित की है हम सभी को पूरा करेंगे.
आपको बता दें कि, 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी और मतगणना 8 अक्टूबर को होगी.
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