हरियाणा के रोहतक में कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस जघन्य अपराध के आरोपी सचिन को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. सचिन पर आरोप है कि उसने घरेलू विवाद के बाद हिमानी की गला घोंटकर हत्या कर दी और फिर उसके शव को सूटकेस में डालकर सांपला बस स्टैंड के पास फेंक दिया.
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इस सनसनीखेज हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए हरियाणा पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था. डीजीपी केके राव ने बताया कि सचिन झज्जर का निवासी है और वहां वह मोबाइल फोन रिपेयरिंग की दुकान चलाता था. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि सचिन और हिमानी पिछले डेढ़ साल से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में थे और दोनों की जान-पहचान गहरी हो गई थी.
आखिर क्यों हुई थी हत्या?
जानकारी के मुताबिक, 27 फरवरी को सचिन हिमानी के विजय नगर स्थित पुश्तैनी घर पर गया था. वहां किसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ और विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्से में आकर सचिन ने मोबाइल चार्जर की तार से हिमानी का गला घोंट दिया. घटना के तुरंत बाद ही हिमानी की मौत हो गई.
हत्या के बाद आरोपी ने कैसे बचने की कोशिश की?
हत्या के बाद सचिन ने हिमानी के गहने, लैपटॉप और अन्य कीमती सामान लेकर झज्जर लौट गया और वहां अपनी दुकान में इन चीजों को छिपा दिया. इसके बाद उसी रात वह वापस आया और शव को एक काले रंग के सूटकेस में भर दिया. खून से सनी रजाई और बैग के साथ वह एक ऑटो में सवार होकर सांपला बस स्टैंड पहुंचा और वहां सूटकेस फेंककर फरार हो गया.
ऐसे पकड़ा गया आरोपी?
पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी समेत आठ टीमें गठित कीं. सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों की मदद से पुलिस ने आरोपी की पहचान कर ली और उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि हत्या के पीछे की असली वजह क्या थी. पुलिस हिरासत में आरोपी से इस संबंध में गहन पूछताछ की जा रही है.
हिमानी की मां ने की न्याय की गुहार
हिमानी नरवाल के परिवार ने आरोपी की गिरफ्तारी तक शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था. उनकी मां सविता ने दोषी को फांसी देने की मांग की है. रोहतक में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मेरी बेटी के हत्यारे को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. जब तक मेरी बेटी को न्याय नहीं मिलेगा, हम उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे."
हिमानी नरवाल रोहतक में एलएलबी की पढ़ाई कर रही थीं और कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय थीं. उनकी हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है. कांग्रेस के कई नेताओं ने भी इस घटना पर नाराजगी जताई और न्याय की मांग की है.
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