14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिसार में महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करने आ रहे हैं. उसी दिन यहां से अयोध्या के लिए पहली फ्लाइट उड़ान भरेगी, इस फ्लाइट के लिए तमाम टिकटें भी बुक हो चुकी है. लेकिन इस एयरपोर्ट को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है. हिसार से कांग्रेस के संसद जय प्रकाश का कहना है कि ये कोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं बल्कि महज एक एयरोड्रम है. बीजेपी सरकार ने इसको इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्ज देकर प्रदेश की जनता को गुमराह किया है. आगे बढ़ने से पहले अब आप एयरोड्रम और एयरपोर्ट में अंतर समझ लीजिए.
ADVERTISEMENT
एयरोड्रम उस इलाके को कहते हैं जहां से विमान टेक ऑफ या लैंड कर सकते हैं. फिर चाहे वो पैसेंजर विमान हो, प्राइवेट जेट हो, मिलिट्री के विमान हो. आसान भाषा में इसको ऐसे समझ सकते हैं कि एयरोड्रम एक हवाई पट्टी है, यहां विमानों की आवाजाही एयरपोर्ट से कम होती है. जबकि एक एयरपोर्ट काफी बड़ा होता है, वहां एक से ज्यादा हवाई पट्टी हो सकती है और वहां विमानों की आवाजाही भी अधिक होती है. इसको और थोड़ा सरल कर के देखें तो तमाम एयरपोर्ट्स को एयरोड्रम की कैटिगरी में रखा जा सकता है लेकिन तमाम एयरोड्रम को एयरपोर्ट नहीं कहा जा सकता.
नाम का इंटरनेशनल एयरपोर्ट
अब हिसार एयरपोर्ट को लेकर छिड़ी सियासी जंग की ओर वापस लौटते हैं. हरियाणा सरकार हिसार के इस एयरपोर्ट को लगभग 7200 एकड़ जमीन में विकसित करने जा रही है. नाम भले ही इसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दिया गया हो लेकिन अभी यहां केवल डोमेस्टिक फ्लाइट्स ही उड़ेगी. हालांकि प्रदेश सरकार का प्लान है कि 2030 तक यहां से इंटरनेशनल फ्लाइट्स भी शुरू कर दी जाए. उधर, सीएम सैनी और कांग्रेस सांसद इस एयरपोर्ट को लेकर आमने सामने हो गए हैं.
जेपी का दावा है कि ये इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं बल्कि एयरोड्रम है, अब उनके इस दावे को सीएम सैनी मानने को तैयार नहीं, वो कह रहे हैं कि जेपी आए हिसार एयरपोर्ट उनको फ्री में अयोध्या की यात्रा कराएंगे. फिर वो इस तरह के आरोप लगना छोड़ देंगे. अब सवाल ये उठता है कि हिसार का ये एयरपोर्ट है क्या, क्या ये एयरोड्रम है, क्या ये डोमेस्टिक एयरपोर्ट है या फिर ये इंटरनेशनल एयरपोर्ट है? तो इसका जवाब खुद केंद्र सरकार के DGCA विभाग की ओर से जारी लाइसेंस में मिल गया है.
डीजीसीए ने खोली हिसार एयरपोर्ट की पोल
दरअसल डीजीसीए ने हिसार एयरपोर्ट के संचालन के लिए जो लाइसेंसी जारी किया है वो एयरोड्रम का लाइसेंस है. अंग्रेजी अखबर दा ट्रिब्यून में छापी दीपेंद्र देसवाल की रिपोर्ट इस बात की पुष्टि करती है कि डीजीसीए के डायरेक्टर द्वारा हिसार एयरपोर्ट के लिए पब्लिक use aerodorme का लाइसेंस जारी किया गया है. इस से ये साफ हो गया कि अभी हिसार एयरपोर्ट को महज एक एयरोड्रम का लाइसेंस मिला है, इसको अभी इंटरनेशनल एयरपोर्ट कहना फैक्चुअल तौर पर गलत होगा.
हालांकि प्रदेश सरकार की योजना के मुताबिक साल 2030 तक इसे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के तौर पर डेवलप किया जाना है और इसके लिए 7200 एकड़ जमीन की रिक्वायरमेंट होगी और फिर ये देश में क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा एयरपोर्ट कहलाएगा. फिलहाल हिसार से दिल्ली होते हुए अयोध्या तक की फ्लाइट शुरू कर दी गई है जिसका किराया लगभग 3400 रुपए रखा गया है. अंत में आप को हिसार सांसद जेपी द्वारा कल इस एयरपोर्ट को लेकर की गति टिप्पणी के साथ छोड़ चलते हैं, साथ ही आप हमें कॉमेंट में लिखकर जरूर बताएं कि हिसार एयरपोर्ट को लेकर ही रही इस सियासी खींचतान पर आपकी क्या राय है?
ADVERTISEMENT