India Pakistan News: भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पश्चिमी देशों का रुख करना शुरू कर दिया है. जिस बीच आपके राजनयिकों को वापस आपके देश डिपोर्ट किया जा रहा है. ठीक उसी समय ट्रैवल बन की खबरें आ रही है. और भारत ये पक्का कर रहा है. कि पश्चिमी देशों को एक साथ लाकर पाकिस्तान को अलग-थलग किया जाए. पाकिस्तान समर्थित खालिस्तान को आतंकी संगठन घोषित करने की अपील और अब पाकिस्तान के हथियार आयात पर भारत ने बड़ा वार किया है.
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दो दिन भारत के दो मास्टरस्ट्रोक
केवल दो दिनों के अंदर भारत के रक्षा मंत्री ने दो अहम मीटिंग कि पहली मीटिंग, अमेरिकी इंटेलिजेंस चीफ तुलसी गबार्ड के साथ थी. इस मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका को पाक समर्थित खलिस्तानी समर्थक संगठन पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी. और फिर दूसरे ही दिन रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नीदरलैंड्स के रक्षा मंत्री रुबेन बर्केलमन्स से मुलाकात की. इस मीटिंग में रक्षा मंत्री ने नीदरलैंड्स से अपील की है कि पाकिस्तान को रक्षा उपकरण या तकनीकी सहायता न दी जाए.
नीदरलैंड से भारत ने की अपील
सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का संदेश बिल्कुल साफ था कि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन करता है. जो कि इस क्षेत्र में अस्थिरता को बढ़ावा दे सकता है. भारत पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का भुग्तभोगी है. इसलिए पाकिस्तान को कोई भी रक्षा तकनीकी या उपकरण देना उचित नहीं होगा.
भारत ने अपनी अपील में साफ कहा है कि आतंकी देश को हथियार मत दो. नीदरलैंड ने पाकिस्तान को दो माइनहंटर शिप दिए थे. इसके अलावा भी नीदरलैंड की कंपनियां पाकिस्तान के साथ रक्षा सहयोग पर चर्चा कर रही हैं. खास तौर पर नौसेना के क्षेत्र में. पाकिस्तान ने हाल ही में चीन में हंगोर क्लास पनडुब्बी को लॉन्च किया था. पाकिस्तान ऐसी 7 और सबमरीन हासिल करेगा. हथियारों के मामले में चीन उसकी जरूरतों को सालों से पूरा कर रहा है. लेकिन इस सहयोग में बड़ी हिस्सेदारी पश्चिमी देशों की भी है.
करीब आ रहे है पाकिस्तान-नीदरलैंड
नीदरलैंड को ही ले लिजिए पाकिस्तान-नीदरलैंड एक दूसरे के काफी करीब आ रहे है. पिछले साल ही पाकिस्तान के नौसेना प्रमुख एडमिरल नावेद अशरफ ने नीदरलैंड का दौरा किया था. साथ ही DAMEN शिपयार्ड में तैयार हो रहे फ्रीगेट का भी दौरा किया और उसकी जानकारी जुटाई थी.
खबर है कि नीदरलैंड पाकिस्तान को ऑफशोर पेट्रोल वेसेल की सप्लाई भी कर रहा है. इसके अलावा 2020 में ही नीदर्लैंड सरकार ने इस्तांबुल नेवल शिपयार्ड को कार्वेट्स के लिए सैन्य तकनीकी देने की मंजूरी दी थी
तुर्की पाकिस्तान के लिए कोर्वेट का निर्माण कर रहा है इससे पाकिस्तान को और ज्यादा उन्नत रक्षा तकनीकी सहायता मिल सकती है.
पाकिस्तान भारत की बराबरी करने के लिए तेजी से अपनी समुद्री तैयारी में लगा हुआ है. सिर्फ इतना नहीं है पाकिस्तान हथियारों के आयात और निर्यात के लिए कई देशों से बातचीत कर रहा है. पाकिस्तान का रक्षा सहयोग कई देशों के साथ मजबूत है, और यह अपनी सुरक्षा जरूरतों के लिए विभिन्न प्रकार के हथियारों, सैन्य उपकरणों और रक्षा तकनीकी प्रणालियों की खरीद करता है.
दुनिया में किन-किन देशों से खरीदे हथियार?
पाकिस्तान के प्रमुख हथियार सौदों में शामिल देशों में सबसे ऊपर चीन है. चीन पाकिस्तान का प्रमुख रक्षा साझेदार है. पाकिस्तान ने चीन से कई हथियारों, जैसे फाइटर जेट्स, मिसाइल प्रणालियाँ, सैन्य वाहन, स्मॉल आर्म्स और समुद्री रक्षा उपकरण खरीदे हैं. दोनों देशों के बीच कई संयुक्त परियोजनाएँ भी चल रही हैं, जैसे JF-17 थंडर लड़ाकू विमान, जिसे पाकिस्तान और चीन द्वारा मिलकर विकसित किया गया है. इसके बाद प्रमुख रक्षा साझेदारों में अमेरिका का भी नाम है. पाकिस्तान और अमेरिका के बीच भले ही कूटनीतिक तनाव रहा हो लेकिन अमेरिका से भी पाकिस्तान ने खूब हथियार खरीद है. अमेरिका से पाकिस्तान ने F-16 फाइटर जेट्स, हेलीकॉप्टर, सैन्य उपकरण और मिसाइल प्रणालियाँ खरीदी है. पाकिस्तान ने रूस, तुर्की, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), और कुवैत जैसे खाड़ी देशों के साथ भी हथियार सौदे किए हैं. इसके अलावा, जापान, कोरिया, इंग्लैंड और फ्रांस जैसे देशों से भी पाकिस्तान ने कुछ रक्षा चीजों की खरीदारी की है.
UN में भारत को घेरना चाहता था पाकिस्तान
संयुक्त राष्ट्र में सालों से पाकिस्तान कश्मीर का मुद्दा उछाल रहा है. जम्मू-कश्मीर पर झूठा प्रोपगंडा फैलाकर पाकिस्तान भारत को खूब बदनाम करता आया है. 2024 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बतौर अस्थायी सदस्य चुने जाने के साथ ही ये साफ था कि पाकिस्तान फिर से कश्मीर को मुद्दा बनाकर खूब उछालेगा. 2024 में पाँच अस्थाई सदस्य देश में- डेनमार्क, ग्रीस, पाकिस्तान, पनामा और सोमालिया शामिल है. पाकिस्तान इसे मौका मानकर खूब भूनाने का सपना देख चुका था. लेकिन इस साल ने सब बदल दिया. भारत के कश्मीर को आतंकी हमलों से दहलाने वाला पाकिस्तान अब खूद आतंकी हमलों से दहल रहा है.
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