रूस का सबसे बड़ा मिलिट्री ट्रांसपोर्टर जहाज IL-76MD-90A , भारत आ रहा है नया मॉडल !

अजीत सिंह

12 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 12 2024 5:48 PM)

IL-76MD-90A पुराने मॉडल का नया वर्जन है, भारतीय वायुसेना के बेड़े में 15 विमान पहले से मौजूद हैं जिन्हें अपग्रेड करने की तैयारी है. कंपनी का दावा है कि नया IL-76MD-90A पहले से ज्यादा ताकतवर और खतरनाक है.

NewsTak
follow google news

इल्युशिन-76 रूस का सबसे बड़ा मीलिट्री मालवाहज जहाज है जिसको अब रूस ने अपडेट करके नयापन दिया है और इसे पहले से कहीं ज्यादा ताकतवार बनाया है. नए मॉडल का नाम IL-76MD-90AE और ये अब Il-76MD  की जगह ले रहा है. इस मिलिट्री जहाज को रूस की Rostec's UAC बनाती है और नए मॉडल में 70 प्रतिशत बदलाव किए गए हैं जिससे इसकी क्षमता बढ़ गई है.

 

Photo Credit - Rosoboronexport

एक बार में इस विमान के भीतर तीन BMD-4M  असॉल्ट व्हीकल या तीन  BTR-MDM APCs  या 2 अपग्रेडेड125mm 2S25 self-propelled anti-tank guns ले जाई जा सकती है.

Photo Credit - Rosoboronexport

सैनिकों की क्षमता की बात करे तो एक बार में 126-225 सैनिकों को ये लेकर उड़ान भर सकता है और अगर इसपर 60 टन का अतिरिक्त पेलोड़ हो तो ये 4 हजार किमी बिना रुके उड़ान भर सकता है जबकि 52 टन के पेलोड के साथ 5 हजार किमी की दूरी ये तय करेगा.

 

दुश्मन की मिसाइलों से बचने के लिए इसमें the President-S defensive aids system लगाया गया है जो आने वाली मिसाइलों से इसे सुरक्षा प्रदान करता है.रूस के इस विमान को इल्युशन डिजाइन ब्यूरों ने विकसित किया है और अब ताकत के साथ-साथ हर युद्धक्षेत्र से इसे ऑपरेट किया जा सके इसके लिए 70 प्रतिशत बदलाव के साथ कॉकपिट को बदला गया है .

Photo Credit - Rosoboronexport

 

कॉकपिट में 9 मल्टीफंक्शनल स्क्रीन दिए गए है, पंखों को और मजबूत बनाया गया है. नए IL-76MD-90A  में ज्यादा ताकतवर PS-90A-76 इंजन लगे हैं ताकि इसके लैंडिंग, टेकऑफ, पेलोड, फ्लाइट रेंज, क्रूज परफॉरमेंस को बढ़ाया जाए.पुराने विमान के मॉडल में विंग को दो हिस्सों में बनाकर जोडा जाता था पर इस बार विंग को एक हिस्से में ही तैयार किया गया है और इसकी लंबाई 25 मीटर है.

Photo Credit - Rosoboronexport

हर क्षेत्र और हर मौसम के अनुकूल बनाने के लिए आधुनिक लैंडिंग गियर और नए KT-199M के पहिए इस्तेमाल किए गए है ताकि जहां रनवे ना हो वहां भी ये आसानी से उतर और टेकऑफ कर पाए. इस विमान की अधिकतम स्पीड 800 किमी प्रति घंटा है जबकि कुल 210 टन वजन के साथ हवा में उड़ान भर सकता औ एक बार में 225  सैनिकों को एक जगह से दूसरे जगह पर ले जा सकता है. रूस इस विमान का केवल सैन्य इस्तेमाल नहीं करता बल्कि इस विमान पर वो एस्ट्रोनॉट की ट्रेनिंग से लेकर आग बुझाने और राहत बचाव के काम भी करता है. और इसकी सीधी टक्कर एयरबस के A440 से है.

Photo Credit - Rosoboronexport


इल्युशिन-76 चार इंजन वाला स्ट्रेटेजिक एयरलिफ्टर विमान है.और ये एक बार में 40 हजार किलो तक वजन ले जा सकता है. और भारतीय वायुसेना में इस विमान के पुराने 15 मॉडल सेवाओं दे रहे हैं और जल्द भारत इन्हें अपडेट करने वाला है.
 

    follow google newsfollow whatsapp