पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी ने एक यात्री ट्रेन पर कब्जा कर लिया है. BLA ने दावा किया है कि उसने बोलन में जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया है और 450 लोगों को बंधक बना लिया है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में एक यात्री ट्रेन पर पहले गोलीबारी हुई. जिसमें ट्रेन चालक घायल हो गया और यात्रियों में दहशत फैल गई. यह हमला उस समय हुआ जब ट्रेन दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी. पाकिस्तानी अधिकारियों ने अभी तक इस बात का ब्यौरा नहीं दिया है कि कितना नुकसान हुआ है.
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हाईजैक हुई 450 यात्रियों से भरी ट्रेन
बलूचिस्तान प्रांत में बताया जा रहा है कि यह हमला तब हुआ जब बोलान इलाके में ट्रेन सुरंग के अंदर से निकल रही थी. ट्रेन सुबह 9 बजे क्वेटा से रवाना हुई थी. ट्रेन सुरंग नंबर 8 में ट्रेन जैसे ही पहुंची तो ट्रैक पर धमाका हो गया, और हमलावरों ने ट्रेन पर हमला कर उसे अपने कब्जे में ले लिया. बीएलए ने चेतावनी दी है कि अगर उनके खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई की गई तो वे सभी यात्रियों को मार डालेंगे. अभी तक कुल छह सैन्यकर्मी मारे जा चुके हैं. पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, ट्रेन में 450 यात्री सवार थे. यह BLA की ओर से सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है.
पाकिस्तानी सेना के 100 से ज्यादा जवान भी बंधक
बलूच लिबरेशन आर्मी ने एक बयान में कहा है कि उनके पास 100 से भी ज्यादा पाकिस्तानी सेना के जवान बंधक हैं. जिनमें पाकिस्तानी सेना, पुलिस, इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और आतंकवाद निरोधक बल (एटीएफ) के एक्टिव-ड्यूटी कर्मी शामिल हैं. बीएलए की ओर से चेतावनी दी गई है कि अगर ट्रेन में मौजूद सैनिकों ने किसी भी तरह की कोई कार्रवाई करने की कोशिश की तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा. हालांकि हाईजैक के दौरान, बीएलए ने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को रिहा कर दिया है.
जानकारी के अनुसार, बीएलए की फिदायीन यूनिट, मजीद ब्रिगेड इस मिशन को लीड कर रही है, जिसमें फतेह स्क्वाड, एसटीओएस और खुफिया शाखा जिराब शामिल है. आपको बता दें बलूचिस्तान, पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है. ये देश के जातीय बलूच अल्पसंख्यकों का केंद्र भी है. हालांकि बलूचिस्तान के लोग हमेशा से ही खुद को पाकिस्तान से अलग मानते हैं. उनका कहना है कि उन्हें सरकार द्वारा भेदभाव का सामना करना पड़ता है. बलूचिस्तान लंबे समय से चल रहे उग्रवाद का केंद्र है, जहां कई अलगाववादी समूह हमले करते रहते हैं. पिछले कुछ सालों में बलूच उग्रवादियों की ओर से हमले काफी बढ़े भी हैं. ज़्यादातर हमले स्वतंत्रता को लेकर सुरक्षा बलों पर किए गए हैं.
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