MP News: लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद करोड़पति कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के ठिकानों पर ED की छापेमारी

Saurabh Sharma Story: लोकायुक्त छापे मामले का प्रमुख आरोपी सौरभ शर्मा फ़िलहाल पत्नी दिव्या समेत फरार चल रहा है. उसके वकील ने अदालत में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन अदालत ने उसे खारिज कर दिया. 

भोपाल में करोड़पति कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के घर ईडी ने मारा छापा.

भोपाल में करोड़पति कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के घर ईडी ने मारा छापा.

रवीशपाल सिंह

27 Dec 2024 (अपडेटेड: 27 Dec 2024, 03:24 PM)

follow google news

न्यूज़ हाइलाइट्स

point

ईडी टीम पहुंची सौरभ शर्मा के दफ्तर और घर, क्या ढूंढ रही है

point

सौरभ के दफ्तर में टीम कर रही है सर्चिंग, कई खुलासे हो सकते हैं

point

CRPF जवानों के साथ अरेरा कॉलोनी वाले घर में मारा छापा

मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा लोकायुक्त और आयकर विभाग की छापेमार कार्रवाई के कारण सुर्खियों में हैं, सौरभ अपनी पत्नी दिव्या के साथ फरार हैं. पुलिस ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है, जिससे अब वह विदेश भी नहीं भाग सकता है. उसने वकील के जरिए कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं.

Read more!

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को फिर से भोपाल और ग्वालियर में सौरभ शर्मा के आवास और दफ्तरों पर छापेमारी की है. उनके अरेरा कॉलोनी स्थित आलीशान घर और ग्वालियर के विनय नगर सेक्टर-2 में पैतृक आवास पर तलाशी अभियान चलाया गया. ईडी की टीम ने सीआरपीएफ जवानों के साथ सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया. इस दौरान लोकायुक्त और आयकर विभाग की भी सहायता ली गई है.

छापेमारी में मिले चौंकाने वाले सबूत

18 और 19 दिसंबर को लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई तलाशी में सौरभ शर्मा के पास 7.98 करोड़ रुपये की चल संपत्ति मिली. इसमें 2.87 करोड़ रुपये नकद और 234 किलोग्राम चांदी शामिल थी. इसके अतिरिक्त उनके सहयोगियों से भी नकदी और सोना बरामद हुआ. लोकायुक्त पुलिस महानिदेशक जयदीप प्रसाद ने बताया कि तलाशी के दौरान बैंक खातों और जमीन के दस्तावेजों के कई अहम सबूत मिले हैं. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सौरभ ने अवैध तरीके से अर्जित धन का उपयोग संपत्तियों, स्कूल और होटलों में निवेश करने में किया.

क्या है सौरभ शर्मा का बैकग्राउंड, कैसे बना इतना अमीर

सौरभ शर्मा के पिता आरके शर्मा सरकारी डॉक्टर थे, जिनकी मृत्यु 2015 में हो गई. इसके बाद सौरभ को अनुकंपा के आधार पर परिवहन विभाग में आरक्षक पद पर नियुक्त किया गया. हालांकि, 2023 में उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली. सूत्रों के अनुसार, आरक्षक के पद पर कार्यरत रहते हुए सौरभ ने भ्रष्टाचार के माध्यम से करोड़ों रुपये अर्जित किए. उनकी संपत्ति में उनकी मां उमा, पत्नी दिव्या, और अन्य रिश्तेदारों के नाम शामिल हैं.

MP में पकड़ा गया एक और धनकुबेर, सहकारी संस्था के भ्रष्ट प्रबंधक ने भाई के साथ मिलकर छापे करोड़ों

भ्रष्टाचार के आरोप और जांच एजेंसियों की छापेमारी

पिछले हफ्ते लोकायुक्त पुलिस ने भोपाल स्थित उनके आवास से 2.85 करोड़ रुपये नकद बरामद किए. इसके बाद आयकर विभाग ने 20 दिसंबर को एक एसयूवी से 52 करोड़ रुपये का सोना जब्त किया. ईडी ने सौरभ शर्मा और उनके करीबियों के छह ठिकानों पर छापेमारी की. इन छापों के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और नकदी बरामद हुई. सौरभ पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है, जिसमें उनके सहयोगियों चेतन सिंह गौड़ और शरद जायसवाल के नाम भी शामिल हैं.

अदालत ने अग्रिम जमानत खारिज की

सौरभ शर्मा के वकील ने अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया. फरार सौरभ और उनकी पत्नी दिव्या को पकड़ने के लिए पुलिस और ईडी की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. मध्य प्रदेश में यह मामला भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियानों के तहत सबसे बड़ा खुलासा माना जा रहा है। लोकायुक्त, आयकर विभाग और ईडी की टीमें इस मामले की गहन जांच कर रही हैं.

    follow google newsfollow whatsapp