पहली पोस्टिंग से पहले हादसे में जान गंवाने वाले IPS हर्षवर्धन सिंह के पिता SDM, जानें परिवार की कहानी

सुमित पांडेय

• 07:31 PM • 02 Dec 2024

IPS Harshvardhan Tragic End: हर्षवर्धन के पिता अखिलेश कुमार सिंह मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में देवसर के एसडीएम हैं. उनकी मां भी सिंगरौली में अपने पति के साथ रहती हैं. हर्षवर्धन परिवार के बड़े बेटे थे. उनका छोटा भाई आदित्य वर्धन सिंह भी आईआईटी से बीटेक कर यूपीएससी की तैयारी कर रहा है.

आईपीएस हर्षवर्धन के परिवार में कौन-कौन हैं, यहां जानिए.

आईपीएस हर्षवर्धन के परिवार में कौन-कौन हैं?

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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कर्नाटक कैडर के बिहार निवासी IPS अधिकारी हर्षवर्धन सिंह की सड़क हादसे में मौत

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पिता अखिलेश सिंह एमपी के सिंगरौली में SDM, 2023 बैच के अफसर थे हर्षवर्धन

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IPS हर्षवर्धन का छोटा भाई भी कर रहा है UPSC की तैयारी, घटना से एमपी में शोक

IPS Harshvardhan Death: होनहार और 26 वर्षीय युवा IPS अधिकारी हर्षवर्धन सिंह का जीवन एक दर्दनाक सड़क हादसे में समाप्त हो गया. 2023 बैच के कर्नाटक कैडर के अधिकारी हर्षवर्धन की पहली पोस्टिंग कर्नाटक के हासन जिले में हुई थी और वह ज्वॉइनिंग देने जा रहे थे. रास्ते में उनकी कार का टायर फट गया और गाड़ी अनियंत्रित होकर एक घर और पेड़ से टकरा गई. इस हादसे ने उनके परिवार और दोस्तों को शोक में डाल दिया है.

हर्षवर्धन के पिता अखिलेश कुमार सिंह मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में देवसर के एसडीएम हैं. उनकी मां भी सिंगरौली में अपने पति के साथ रहती हैं. हर्षवर्धन परिवार के बड़े बेटे थे. उनका छोटा भाई आदित्य वर्धन सिंह भी आईआईटी से बीटेक कर यूपीएससी की तैयारी कर रहा है.

पहले अटेम्प्ट में क्रैक किया UPSC

हर्षवर्धन ने इंजीनियरिंग के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी. उन्होंने पहले ही प्रयास में 153वीं रैंक हासिल कर आईपीएस बनने का सपना पूरा किया. ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उन्हें हासन जिले में उप पुलिस अधीक्षक (DSP) के पद पर पहली पोस्टिंग मिली थी.

हर्षवर्धन का परिवार मूल रूप से बिहार के सहरसा जिले के फतेहपुर गांव का रहने वाला है. पिता की नौकरी के चलते वे मध्य प्रदेश में रह रहे थे, लेकिन अपने पैतृक गांव से उनका भावनात्मक जुड़ाव हमेशा बना रहा.

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भाई भी UPSC की तैयारी में जुटा

हर्षवर्धन के छोटे भाई आदित्य भी अपने भाई के नक्शे कदम पर चल रहे हैं. उन्होंने आईआईटी से बीटेक करने के बाद दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी शुरू की. अपने भाई को हमेशा एक प्रेरणा मानने वाले आदित्य ने उनके निधन की खबर सुनते ही कर्नाटक के लिए रुख किया है. हर्षवर्धन के माता-पिता उन्हें लेकर बेहद गर्व महसूस करते थे. पिता अखिलेश सिंह ने कई बार अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा था कि हर्षवर्धन ने अपने मेहनत और समर्पण से परिवार का नाम रोशन किया.

देखिए ये खास वीडियो रिपोर्ट...

परिवार के लिए सिर्फ यादें बचीं

आईपीएस बनने के बाद हर्षवर्धन ने अपने परिवार के साथ जो तस्वीरें खिंचवाई थीं, अब वही उनके माता-पिता और भाई के लिए सबसे खास यादें बन चुकी हैं. परिवार के करीबी बताते हैं कि हर्षवर्धन अपने माता-पिता के पास अक्सर आया करते थे और छोटे भाई के साथ समय बिताते थे. हर्षवर्धन का जीवन कम समय में ही कई युवाओं के लिए प्रेरणा बन गया. उनकी मेहनत, समर्पण, और पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने की लगन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.

उनका अचानक जाना पूरे परिवार और समाज के लिए एक बड़ा नुकसान है. लेकिन उनकी कहानी हर उस युवा के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखने और उन्हें हासिल करने का हौसला रखते हैं.

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