MP: 18 महीने पहले जिस युवती की हुई थी हत्या, वह जिंदा लौटी तो मचा हड़कंप; आरोपी काट रहे सजा

मंदसौर के भानपुरा तहसील में चौंकाने वाला मामला सामने आया. 18 महीने पहले मृत घोषित की गई लड़की जिंदा लौट आई. हैरानी की बात यह है कि उसकी हत्या के आरोप में चार लोग जेल में थे. जानिए, क्या है पूरा मामला.

NewsTak

आकाश चौहान

• 06:50 PM • 22 Mar 2025

follow google news

मंदसौर, एमपी: भानपुरा तहसील के गांधी सागर थाना क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. 18 महीने पहले मृत घोषित की गई महिला ललिता बाई अचानक जिंदा लौट आई और थाने पहुंचकर अपने जीवित होने का बयान दिया. इस घटना के कारण हत्या के आरोप में सजा काट रहे चार लोगों का मामला अब सवालों के घेरे में आ गया है.

Read more!

ऐसे सामने आया मामला

जानकारी के अनुसार मृत घोषित की गई ललिता के पिता रमेश नानूराम बांछड़ा ने बताया कि 9 सितंबर 2023 को एक वीडियो के माध्यम से थांदला थाना क्षेत्र में एक बॉडी मिली थी. बॉडी के हाथ पर नाम गुदा हुआ था और पैर में काला डोरा बंधा हुआ था, जो हूबहू ललिता जैसा प्रतीत हो रहा था. परिवार ने पहचान कर बॉडी का अंतिम संस्कार कर दिया और मौसर कार्यक्रम भी आयोजित किया.

पुलिस को दी जिंदा होने की सूचना

इस मामले में थांदला पुलिस ने चार आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज किया था. इस घटना में भानपुरा के इमरान, शाहरुख, सोनू और एजाज को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया. लेकिन डेढ़ साल बाद, मृतक घोषित की गई ललिता अचानक अपने गांव नावली लौट आई. उसके पिता ने उसको जीवित देखा तो तुरंत गांधी सागर थाना लेकर पहुंच गए और पुलिस को उसके जीवित होने की सूचना दी.

ललिता ने खुद सुनाई अपनी कहानी

ललिता ने बताया कि वह शाहरुख के साथ भानपुरा गई थी, जहां दो दिन रहने के बाद दूसरे शाहरुख ने उसे 5 लाख रुपये में खरीद लिया. इसके बाद वह डेढ़ साल तक कोटा में रही और जैसे ही उसे मौका मिला, वह भागकर अपने गांव आ गई. गांव पहुंचते ही उसने अपने पिता को पूरी घटना बताई और अपने जीवित होने के सबूत के तौर पर आधार कार्ड और वोटर आईडी भी दिखाए.

परिवार में खुशी की लहर

ललिता के दो बच्चे हैं, जो डेढ़ साल बाद अपनी मां को देखकर बेहद खुश हैं. परिवार वालों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है. वहीं, इस मामले के खुलासे के बाद पुलिस प्रशासन भी असमंजस में है.

पुलिस की प्रतिक्रिया

गांधी सागर थाना प्रभारी तरुणा भारद्वाज ने बताया कि कुछ दिन पहले ललिता खुद थाने आकर अपनी जीवित होने की सूचना दी. पुलिस ने गांव वालों और परिवार से पुष्टि कर ली है कि यह वही ललिता है, जिसे मृत मान लिया गया था. इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों और थांदला थाना को भी दे दी गई है.

ये भी पढ़िए : चलती ट्रेन में मंत्री के रिश्तेदार से किन्नरों ने मांगे पैसे, नहीं देने पर दी खौफनाक सजा; तमाशबीन बने रहे लोग

 

    follow google newsfollow whatsapp