IAS Soumya Jha in News: राजस्थान की सियासत में भूचाल ला देने वाले थप्पड़कांड के बाद टोंक जिले की कलेक्टर और IAS सौम्या झा सुर्खियों में हैं. राजस्थान में कांग्रेस के बागी नरेश मीणा के 'थप्पड़ कांड' से राजस्थान से लेकर दिल्ली तक सियासत गरमाई हुई है. इधर, एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब इस पूरी घटना को लेकर पहली बार टोंक जिले की कलेक्टर सौम्या झा की बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने मीडिया से बातचीत की और नरेश मीणा पर निशाना साधा. उन्होंने पूरी घटना पर विस्तार से चर्चा की.
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आईएएस सौम्या झा का एमपी से खास कनेक्शन है... कौन हैं IAS सौम्या झा, जानिए इस खबर में विस्तार से...
कलेक्टर झा ने कहा कि नरेश मीणा ने अपना पॉलिटिकल प्रभाव जमाने के लिए यह पूरा हंगामा किया है.' ये बात टोंक जिले की कलेक्टर आईएएस सौम्या झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही. वह इन दिनों टोंक में हुए थप्पड़कांड की वजह से चर्चा में हैं. सौम्या झा 31 साल की हैं और अपने पहले ही प्रयास में आईएएस बन गई थीं. सौम्या का जन्म 8 जून 1993 को हुआ था. सौम्या झा के पास एमबीबीएस की डिग्री भी है.
सौम्या के पिता संजय कुमार झा मध्य प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. वह कई जिलों के एसपी और प्रमुख पदों पर रहे हैं.
थप्पड़ कांड पर सौम्या झा ने बता दी सच्चाई
टोंक कलेक्टर डॉ. सौम्या झा नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद मिडिया में पहली बार सामने आई है. उन्होंने कहा कि नरेश मीणा ने यह सब पॉलिटिकल प्रभाव जमाने के लिए किया. इसके कारण ही उन्होंने अपने समर्थकों के साथ यह हंगामा किया. इस घटनाक्रम में स्थानीय लोगों की कोई गलती नहीं है. कलेक्टर ने कहा कि यह सब बाहर से आए लोगों ने माहौल बिगाड़ा है. उन्होंने कहा कि नरेश मीणा से 6 बार फोन पर बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. ग्रामीणों की मांग को लेकर चुनाव के दौरान लिखित आश्वासन संभव नहीं था.
सुर्खियों में आई सौम्या झा का क्या है एमपी कनेक्शन?
आईएएस सौम्या झा मूल रूप से मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं. उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में 2016 में UPSC एग्जाम क्रेक किया. इस दौरान सौम्या ने 58वीं रैंक हासिल की. इसके बाद उन्हें हिमाचल प्रदेश का कैडर मिला, लेकिन उन्होंने राजस्थान कैडर के आईएएस अक्षय गोदारा से शादी की. सौम्या ने शादी के 2 साल होने के बाद अपना कैडर बदला कर राजस्थान करवा लिया. इस दौरान सौम्या जयपुर जिला परिषद में सीईओ, गिर्वा, उदयपुर में एसडीएम रह चुकी हैं और वर्तमान में टोंक की जिला कलेक्टर के पद पर तैनात है.
कलेक्टर ने कहा, आचार संहिता के बाद पूरी होगी मांग
समरावता के लोगों की मांग को टोंक कलेक्टर ने भी सही ठहराया है, लेकिन उन्होंने कहा कि आचार संहिता होने के कारण कोई आश्वासन नहीं दिया जा सकता था. यह सब आचार संहिता के हटने के बाद ही संभव है. उन्होंने कहा कि आगजनी और पत्थरबाजी को लेकर बाहर से आए समर्थकों ने इस घटना को अंजाम दिया है. समरावता में हुई इस घटना के नुकसान का आकलन किया जा रहा है, उसके बाद नियमानुसार नुकसान की भरपाई की जाएगी.
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