MP Weather: प्रदेश में बने 4 वेदर सिस्टम ने कराई भयंकर बारिश, छिंदवाड़ा-शहडोल समेत 14 जिलों में यलो अलर्ट

सुमित पांडेय

20 Sep 2024 (अपडेटेड: Sep 20 2024 11:23 AM)

MP Weather Alert: मध्य प्रदेश में गहरे कम दबाव के कारण रुक-रुककर बारिश हो रही है. ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है. कई जिलों में 100 मिमी से ज्यादा वर्षा हुई, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है.

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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एमपी के कई जिलों में 100 मिमी से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई

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मुरैना में बाढ़ के कारण गांव खाली कराने पड़े, अभी बना हुआ है संकट

Madhya Pradesh Weather Update: मध्य प्रदेश में गहरे कम दबाव के कारण रुक-रुककर बारिश हो रही है. ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है. कई जिलों में 100 मिमी से ज्यादा वर्षा हुई, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है और आवागमन प्रभावित हुआ है.

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मध्य प्रदेश में वर्तमान में चार प्रमुख मौसम प्रणालियों का प्रभाव देखा जा रहा है, जिसके कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हो रही है. ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग के जिलों में विशेष रूप से भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिससे जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. राज्य के कई जिलों में 100 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई, जिसके परिणामस्वरूप बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई और कई क्षेत्रों में आवागमन बाधित हो गया. मौसम विभाग के मुताबिक, आज से बारिश में थोड़ी राहत मिल सकती है. 

मध्य प्रदेश के मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के उत्तरी भाग में गहरे कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिससे मानसून द्रोणिका होकर गुजर रही है. इस वजह से पूर्वी और उत्तरी मध्य प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है, जबकि जबलपुर, शहडोल और भोपाल संभाग में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं.

मुरैना में बाढ़ की वजह से खाली कराने पड़े गांव

राज्य में मौजूदा मौसम प्रणाली के कारण मुरैना जिले में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे कई गांवों को खाली कराना पड़ा. ग्वालियर, शिवपुरी, और अन्य जिलों में भी भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे छोटे बांधों के गेट खोलने पड़े. विशेषकर ग्वालियर, चंबल और बुंदेलखंड के क्षेत्रों में भारी बारिश ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 24 घंटे के भीतर ही इन क्षेत्रों में 100 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई, जिससे नदियों और जलाशयों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है.

कई जिलों में औसत बारिश का रिकॉर्ड टूटा

बुधवार को ग्वालियर में 53 मिमी, शिवपुरी में 18 मिमी और अन्य जिलों में मामूली बारिश दर्ज की गई. मंगलवार से शुरू हुई बारिश का क्रम बुधवार तक जारी रहा, जिससे इन क्षेत्रों में औसत वर्षा के रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए. ग्वालियर के तिघरा, टीकमगढ़ के बानसुजारा और शिवपुरी के मड़ीखेड़ा जैसे छोटे बांधों के गेट खोलने के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ा और आसपास के गांवों में जलभराव हो गया. इसके परिणामस्वरूप, कई गांवों को खाली कराया गया है, और कुछ गांव अब भी पानी से घिरे हुए हैं.

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इन जिलों में बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के भीतर मऊगंज, सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, पांढुर्णा, बुरहानपुर और खरगोन जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी. वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर समेत अन्य जिलों में धूप खिलेगी.

मुरैना में स्थिति अब भी बनी हुई है गंभीर

मुरैना में स्थिति गंभीर बनी हुई है, जहां बाढ़ के कारण कुछ इलाकों में पुल और सड़कें बह गई हैं. कैलारस के पास एक रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी धंसने से 19 सितंबर से शुरू होने वाली मेमू ट्रेन का संचालन भी स्थगित कर दिया गया है. राज्य में बारिश की तीव्रता गुरुवार तक जारी रहने की संभावना है, लेकिन शुक्रवार से इसमें कमी आने की उम्मीद है.

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