माधवराव सिंधिया की मूर्ति के अपमान पर मचा बवाल, NHAI ने लिया बड़ा एक्शन; 4 इंजीनियर सस्पेंड

Madhavrao Scindia's Statue: कटनी में एक चौराहे पर माधवराव सिंधिया की लगी हुई मूर्ति हटाए जाने के तरीके को लेकर बड़ा बवाल मच गया. जेसीबी से फंदे पर लटका कर मूर्ति को शिफ्ट किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है. इस घटना पर कांग्रेस ने बीजेपी को घेर लिया.

एमपी का वीडियो वायरल हो रहा है.

मध्य प्रदेश के कटनी से एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.

सुमित पांडेय

18 Nov 2024 (अपडेटेड: 18 Nov 2024, 05:47 PM)

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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एमपी के कटनी में चौराहे पर माधवराव सिंधिया की मूर्ति हटाए जाने के तरीके को लेकर बवाल हो गया

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मूर्ति को जेसीबी से फंदे पर लटका कर शिफ्ट किया गया, जिसका वीडियो जमकर वायरल हो रहा है

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मूर्ति हटाने के अमानवीय तरीके को लेकर कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कड़ी आपत्ति जताई है

Madhavrao Scindia's Viral Video: मध्य प्रदेश के कटनी में एक चौराहे पर माधवराव सिंधिया की लगी हुई मूर्ति हटाए जाने के तरीके को लेकर बड़ा बवाल हो गया. दरअसल, मूर्ति को जेसीबी से फंदे पर लटका कर शिफ्ट किया गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है. इस घटना पर कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बीजेपी पर हमला बोल दिया. अब नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने बड़ा एक्शन ले लिया है. अथॉरिटी ने अपने 4 इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है. 

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वायरल हो रहा वीडियो कटनी से सामने आया है. जहां नेशनल हाईवे पर पुल और हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा है. इस दौरान चौराहे पर लगी कांग्रेस दिग्गज नेता स्वर्गीय माधव राव सिंधिया की प्रतिमा को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना था. लेकिन इस दौरान ऐसा वाकया हुआ कि मूर्ति के गले में रस्सी बांधकर जेसीबी के सहारे नीचे उतारा गया. कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है और इसे स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के सम्मान का अपमान बताया है. 

सिंधिया की मूर्ति हटाने के तरीके पर सवाल

कटनी के एक चौराहे पर लगी स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की मूर्ति को शिफ्ट करने का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है. वीडियो में मूर्ति के गले में रस्सी बांधकर उसे जेसीबी मशीन से उठाया जा रहा है. निर्माण कार्य के चलते मूर्ति को हटाकर दूसरी जगह स्थापित करने की योजना बनाई गई थी. मूर्ति हटाने के इस अमानवीय तरीके को लेकर स्थानीय लोगों और कांग्रेस नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई है. कांग्रेस का कहना है कि यह न केवल माधवराव सिंधिया की विरासत का अपमान है, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के सम्मान पर चोट है.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा, "माधवराव सिंधिया हमारे वरिष्ठ नेता थे और उन्होंने देश की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. भाजपा सरकार ने हमेशा सिंधिया परिवार से नफरत की है, और यह घटना इसका प्रमाण है."

सीएम की कार्रवाई और पूर्व सीएम ने जताई नाराजगी

मध्य प्रदेश सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी घटना पर नाराजगी जताई है. मामले की जांच की जा रही है, और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई की बात कही गई है.

जीतू पटवारी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की चुप्पी पर भी सवाल उठाए

जीतू पटवारी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी निशाना साधा और कहा कि उनकी चुप्पी से सरकार की मंशा पर सवाल खड़े होते हैं. उन्होंने कहा, "यह उनका निजी मामला हो सकता है कि वे इस पर प्रतिक्रिया नहीं दे रहे, लेकिन इससे सरकार की नीयत का पता चलता है. केवल कर्मचारियों पर कार्रवाई कर सरकार अपने पाप नहीं छुपा सकती."

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NHAI का एक्शन: 4 इंजीनियर निलंबित

घटना के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने बड़ी कार्रवाई की. निर्माण कार्य से जुड़े 4 इंजीनियरों को निलंबित कर दिया गया है. इनमें सीनियर इंजीनियर मनोज वर्मा, इंजीनियर आशीष सिंह परिहार, टीम लीडर राजेश कुमार नेमा, और सहायक ब्रिज इंजीनियर दीपक सोनी शामिल हैं. इसके अलावा अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और तीन दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है.

कटनी कलेक्टर की सफाई

कटनी कलेक्टर दिलीप यादव ने इस मामले में कहा कि मूर्ति को सम्मानपूर्वक शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया था. उन्होंने बताया, "मूर्ति का वजन ज्यादा होने के कारण निर्माण कंपनी ने उसे जेसीबी की मदद से हटाया. हालांकि, यह तरीका सही नहीं था. मूर्ति को नई जगह सम्मानपूर्वक स्थापित किया जाएगा."

इस घटना के बाद कांग्रेस ने भाजपा सरकार से सवाल किया है कि इस तरह के अमानवीय कृत्य को कैसे मंजूरी दी गई. कांग्रेस का कहना है कि स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की मूर्ति को दोबारा उसी जगह सम्मानपूर्वक स्थापित किया जाए.

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