दिल्ली चुनाव से ठीक पहले AAP की बढ़ी मुश्किलें, आतिशी के खिलाफ बड़ा केस दर्ज, पूरा मामला जानें

दिल्ली पुलिस ने चुनाव आयोग की शिकायत के आधार पर आतिशी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली. आरोप है कि वो करीब 50-60 समर्थकों के साथ 10 गाड़ियों में फतेह सिंह मार्ग पहुंचीं. जब पुलिस ने उन्हें आचार संहिता का हवाला देकर वहां से हटने के लिए कहा, तो उन्होंने इनकार कर दिया.

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी (फाइल फोटो)

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी (फाइल फोटो)

News Tak Desk

• 11:45 AM • 04 Feb 2025

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Delhi Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कालकाजी इलाके में सियासी घमासान मच गया. देर रात तक हंगामा चलता रहा, जिसमें राजनीतिक दलों ने एक-दूसरे पर मारपीट और कैश बांटने जैसे गंभीर आरोप लगाए. माहौल इतना गरमा गया कि खुद आम आदमी पार्टी (AAP) की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार आतिशी आधी रात को गोविंदपुरी थाने पहुंच गईं.  

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आतिशी का आरोप;बीजेपी ने झुग्गीवासियों को धमकाया

आतिशी ने पुलिस को लिखित शिकायत दी, जिसमें उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर झुग्गीवासियों को धमकाने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि चुनाव से ठीक पहले बीजेपी डर का माहौल बना रही है. इस बीच दिल्ली पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग मामलों में केस दर्ज कर लिया.  

आतिशी के खिलाफ भी मामला दर्ज

दिल्ली पुलिस ने चुनाव आयोग की शिकायत के आधार पर आतिशी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली. आरोप है कि वो करीब 50-60 समर्थकों के साथ 10 गाड़ियों में फतेह सिंह मार्ग पहुंचीं. जब पुलिस ने उन्हें आचार संहिता का हवाला देकर वहां से हटने के लिए कहा, तो उन्होंने इनकार कर दिया.  

समर्थक ने पुलिसवाले को जड़ा थप्पड़  

इस पूरे घटनाक्रम के बीच एक वीडियो भी सामने आया, जिसने मामले को और तूल दे दिया. वीडियो में आतिशी के समर्थक सागर मेहता को एक पुलिसकर्मी को थप्पड़ मारते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी घटना को रिकॉर्ड कर रहा था, तभी सागर मेहता ने गुस्से में उसे थप्पड़ मार दिया. इसके बाद पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिस पर हमले का मामला दर्ज कर लिया.  

रमेश बिधूड़ी के भतीजे पर भी कार्रवाई 

इस पूरे हंगामे के दौरान बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के भतीजे मनीष बिधूड़ी की गाड़ी को भी जांचा गया. आरोप था कि उनकी गाड़ी में कुछ संदिग्ध सामान रखा है, हालांकि तलाशी में कुछ नहीं मिला. इसके बावजूद, उन पर रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया.  

दिल्ली में चुनाव से ठीक पहले राजनीतिक हलचल अपने चरम पर है. इस घटना के बाद सियासी पारा और चढ़ गया है. अब देखना होगा कि इस हंगामे का असर चुनाव नतीजों पर कितना पड़ता है.

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