Priyanka Gandhi nomination controversy: प्रियंका गांधी ने बीते रोज वायनाड लोकसभा सीट के लिए नामांकन फॉर्म जमा कर दिया. लेकिन इस दौरान एक कंट्रोवर्सी खड़ी हो गई, जिसे लेकर बीजेपी ने गांधी परिवार पर सवाल खड़े करना शुरू कर दिए हैं. बीजेपी नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट डाली है, जिसमें दिख रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नामांकन के दौरान कमरे से बाहर कर दिए गए हैं और वे दरवाजे से झांक रहे हैं.
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बीजेपी अब आरोप लगा रही है कि गांधी परिवार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का अपमान किया है. बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस और खड़गे की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. लेकिन आज तक ने इस मामले का फैक्ट चेक किया तो मालूम चला कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है.
बात सिर्फ इतनी है कि नामांकन के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी के कक्ष में आपाधापी की वजह से प्रियंका गांधी के साथ उनके पति रॉबर्ड वाड्रा और उनके बेटे मौजूद थे. राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे बाहर रह गए थे. जिला निर्वाचन अधिकारी के कक्ष में नामांकन के दौरान सिर्फ तीन लोगों के रहने का प्रावधान है.
ग्राउंड पर असली कहानी ये थी
जब इस बात का अहसास प्रियंका गांधी को हुआ तो उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुरोध किया कि आपाधापी में उनकी मां, भाई और कांग्रेस अध्यक्ष कक्ष के बाहर रह गए हैं. प्रक्रिया के दौरान यदि उचित हो तो उनके पति और बेटे बाहर चले जाएंगे और राहुल गांधी, सोनिया गांधी एवं कांग्रेस अध्यक्ष अंदर आ जाएंगे.
जिला निर्वाचन अधिकारी ने सहमति दी और कहा कि पहला सेट भरने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दूसरे सेट के दौरान कक्ष के बाहर रह गए लोग अंदर आ सकते हैं. इसी दौरान का एक वीडियो किसी ने मोबाइल से बना लिया, जिसमें खड़गे कक्ष के बाहर दरवाजे से झांकते दिख रहे हैं, इसे ही लेकर बीजेपी ने यह कहना शुरू कर दिया कि गांधी परिवार ने खड़गे का अपमान किया लेकिन असल में ऐसा सिर्फ रैली के बाद हुई आपाधापी की वजह से हुआ.
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