Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बगावत करने वाले नेताओं को सजा मिल गई है. शुक्रवार को 11 विधानसभा क्षेत्रों के 13 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. इन नेताओं को 6 साल के लिए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है. ये सभी वे नेता हैं जिन्हें कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया तो नाराज होकर कांग्रेस के घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतर गए या कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करने से इनकार कर दिया था.
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कांग्रेस ने जिन नेताओं को पार्टी से बाहर किया है, उनमें शामिल हैं कलायत सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़ने उतर गईं अनीता ढुल, पानीपत ग्रामीण से विजय जैन, गुहला सीट से नरेश ढांडे, जींद से प्रदीप गिल, पुंडरी से सज्जन सिंह ढुल, सुनीता बट्टन, निलोखेरी से राजीव गोंदर, दयाल सिंह सिरोही, उचानां कलां से दिलबाग संडील, दादरी से अजीत फोगाट, भिवानी से अभिजीत सिंह, बवानी खेड़ा से सतवीर रतेड़ा, पृथला से नीत मान को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया है.
आपको बता दें कि इसकी शुरूआत अंबाला कैंट से निर्दलीय चुनाव में उतरीं चित्रा सरवारा को पार्टी से निकालने के साथ हुई थी. चित्रा सरवारा अंबाला कैंट से कांग्रेस से टिकट मांग रही थीं, लेकिन जब टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतर गईं. जिसके बाद उन्हें पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया.
इन बागी नेताओं को भी कांग्रेस ने किया बाहर
बीते गुरुवार को फरीदाबाद की तिगांव सीट से विधायक रह चुके ललित नागर को भी पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. वे भी टिकट नहीं मिलने से नाराज थे. निर्दलीय चुनाव में उतर गए थे. कांग्रेस ने इनके स्थान पर रोहित नागर को टिकट दिया है. इसी तरह बहादुरगढ़ सीट से राजेश जून पर को भी बीजेपी ने बगावत करने पर 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. इस प्रकार सब मिलाकर 16 नेताओं को अब तक कांग्रेस पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है.
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