Nitin Gadkari: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को एक बयान दिया, जिसके बाद से पूरी बीजेपी में हलचल मच गई. उन्होंने नागपुर में एक समारोह में कह दिया कि 'हमारी चौथी बार सत्ता में वापस आने की गारंटी नहीं है'. हालांकि बाद में वे अपने इस बयान से पलट गए और कह दिया कि वह तो मजाक कर रहे थे. लेकिन उनकी मजाक में कही गई इस बात को न तो बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने हलके में लिया है और न ही देश के दूसरे दलों और राजनेताओं ने गडकरी की बात को मजाक में लिया है.
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दरअसल नागपुर में एक समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे और उसी समारोह में रिपलब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख रामदास अठावले भी पहुंचे थे. नितिन गडकरी ने अपने चिर परिचित अंदाज में अठावले पर टिप्पणी की. उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि अठावले भी स्व.रामविलास पासवान की तरह राजनीति के क्षेत्र के मौसम वैज्ञानिक हैं. गडकरी ने आगे कहा कि "इस बात की गारंटी नहीं है कि हमारी सरकार चौथी बार सत्ता में वापसी करेगी लेकिन यह निश्चित है कि रामदास अठावले फिर से मंत्री बनेंगे".
तीन बार से मंत्री बन रहे, चौथी बार भी बनेंगे अठावले केंद्रीय मंत्री- नितिन गडकरी
नितिन गडकरी दरअसल कुछ हास्य-विनोद के अंदाज में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले पर तंज कस रहे थे. रामदास अठावले के पास वर्तमान में केंद्र सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के राज्य मंत्री का दायित्व है. वे अपनी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के चीफ भी हैं और अपनी पार्टी के इकलौते सांसद भी हैं. वे यूपीए सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं और एनडीए सरकार में भी. इसलिए उनकी तुलना अमूमन लोक जनशक्ति पार्टी के चीफ रहे स्व.रामविलास पासवान से होती थी. दोनों ही दलित नेता हैं और दोनों ही सभी तरह के गठबंधन सरकारों में केंद्र में मंत्री रह चुके हैं. इसलिए नितिन गडकरी ने अठावले पर टिप्पणी करते हुए कह दिया कि "हमारी चौथी बार सरकार बनने की गारंटी नहीं है लेकिन अठावले की अगली बार भी केंद्र में मंत्री बनने की गारंटी है".
मैं तो मजाक कर रहा था- नितिन गडकरी
सनसनीखेज बात हास्य-विनोद के अंदाज में बोलने के बाद गडकरी ने कहा कि "मैं तो मजाक कर रहा था. मैं रामदास अठावले को दिल से शुभकामनाएं देता हूं.उन्हें बेहतर जीवन और स्वस्थ जीवन मिलने की कामना करता हूं. मेरा मानना है कि अठावले जी ने अपना पूरा जीवन दलितों के उत्थान में लगा दिया". कुल मिलाकर नितिन गडकरी के इस बयान ने पूरे देश में सनसनी मचा दी है. बीजेपी के अंदर शीर्ष नेता गडकरी के बयान की समीक्षा करने में लगे हैं. बीजेपी ने अपने नेताओं के लिए गाइडलाइन भी बना रखी है कि सार्वजनिक मंचों पर क्या बोलना है और क्या नहीं.
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