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बंगाल बीजेपी का फोकस आज से नहीं, कम से कम 35-40 साल से कोशिश हो रही है. अटल-आडवाणी के वक्त में ही बंगाल बीजेपी के लिए संभावना वाला राज्य बना था. 1998 के लोकसभा चुनाव में पहली बार बंगाल की दमदम सीट से लोकसभा चुनाव जीतकर आए थे तपन सिकदर. जो बाद में वाजपेयी सरकार में टेलीकॉम मंत्री भी बने. हालांकि बंगाल न तो लेफ्ट के रहते बीजेपी के काबू में आया, न ममता के समय. लेफ्ट, कांग्रेस, बीजेपी-सबको पछाड़ते हुए बंगाल में ममता बनर्जी एकछत्र राज कर रही हैं. बीजेपी धीरे-धीरे ममता के गढ़ में सेंध लगा रही है लेकिन जब तक सरकार बनती तब तक चैन नहीं आएगा.
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