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अनोखी वायरल और हैरान कर देने वाली खबरों के इस वीडियो में हम आपको दिखाने जा रहे हैं कहां अस्पताल की शिकायत लेकर पहुंचा शख्स तो डीएम देने लगे ज्ञान? कहां आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची मूर्ति बनाकर रचा जा रहा है इतिहास? और 125 मीटर ऊंचा ऐसा झरना जिस पर बनती हैं अनोखी कलाकृतियां
शुरुआत करते हैं बिहार के मुंगेर से आई अनोखी खबर के साथ। DM साहब के सामने जब अस्पताल की शिकायत लेकर पहुंचा शख्स तो देखिए कैसे डीएम ने शिकायत को साइड में रखकर मरीज के परिजन को ये बताने लगे की डेंगू कैसे होता है। मुंगेर डीएम नवीन कुमार सदर अस्पताल में बने नव निर्मित प्री फेरिकेटेड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे थे। उद्घाटन के बाद डीएम ने बारी-बारी से सभी वार्डों का जायजा लिया। वहीं डीएम महिला और डेंगू वार्ड पहुंचे जहां डीएम आगमन से पूर्व अस्पताल में चादर आदि की मुकम्मल व्यवस्था पहले से की गई थी। इसी दौरान पीछे एक व्यक्ति ने डीएम नवीन कुमार को आवाज देते हुआ कहा सर यहां बेड पर चादर ,मच्छरदानी आदि नहीं मिलता है। डीएम शिकायत सुनकर पलटे और उससे पूछने लगे डेंगू कैसे फैलता है बताइए? और फिर ना बताने पर पूरा ज्ञान देने लगे। शिकायत लेकर आए मरीज को डीएम साहब ने कैसे डेंगू के एक एक कारण के बारे में बता दिया कि क्या करना चाहिए क्या नहीं। हालांकि डीएम साहब की पहल तो बिल्कुल सही थी जिस तरह से डीएम साहब लोगों के बीच जागरुकता फैला रहे थे काबिले तारीफ थी, लेकिन शिकायत पर डीएम बाबू का ये ज्ञान लोगों को रास नहीं आया। डीएम साहब असप्ताल की कुव्यवस्था और डॉक्टर के राउंड पर ना आने पर कोई संज्ञान लेते नहीं दिखाई दिए. हालांकि की बाद में एएनएम को बुलवा कर शिकायत करने वाले युवक को डीएम ने चादर उपलब्ध कराई।
दूसरी अनोखी खबर मध्य प्रदेश से है जहां भगवान शिव की नगरी ओंकारेश्वर में एक और इतिहास रचा जा रहा है। यहां पर आदि शंकराचार्य की भव्य मूर्ति अब बनकर तैयार है। 108 फीट की ये मूर्ति अपने आप में अलौकिक है और इसका नाम दिया गया है स्टेच्यू ऑफ़ वननेस यानी अब यह धार्मिक स्थल एकात्मवाद धाम के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर हो जाएगा क्योंकि आदि शंकराचार्य को इसी पावन स्थल पर दीक्षा मिली थी। सीएम शिवराज सिंह के ये महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का पहला चरण लगभग तैयार हो गया है और खुद सीएम इसका लोकार्पण करने जा रहे हैं। करीब दो हजार करोड़ रुपयों की लागत से ओंकार पर्वत पर 28 एकड़ में अद्वैत वेदांत पीठ और आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊँची भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है।
तीसरी अनोखी खबर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से है। ये कोई आम झरना नहीं बल्कि हिमालय के बेहद करीब, दूधिया पानी वाला बेहद खास झरना है। यहां सूरज की किरणें ऐसा करतब दिखाती है कि झरने का गिरता पानी देखने वालों को साक्षात देवों के दर्शन होते हैं। यहां एक ऐसा इंद्रधनुष बनता है जिसे देखने वाले खुद को बेहद भाग्यशाली मानते हैं। यह झरना बिरथी फॉल नाम से जाना जाता है। पिथौरागढ़ जिले में मौजूद ये झरना समुद्र तल से 400 फीट ऊपर से गिरता है। घने जंगलों के बीच इस झरने की ऊंचाई भी कम नहीं बल्कि 125 मीटर से ज्यादा है, फिर जब इतनी ऊंचाई से पानी गिरता है तो नीचे ऐसा प्रतीत होता है जैसे इस पहाड़ी से अंदर कोई संगीत बज रहा हो। सोशल मीडिया पर इस झरने की खूब चर्चा हो रही है।
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