जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट देखने को मिल रही है. जहां पहले भारत ने पाकिस्तान से व्यापार रोकने और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने और सिंधु जल संधि को रद्द करने का बड़ा फैसला किया है, तो इससे भड़के पाकिस्तान ने भी नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (NSC) की बैठक बुलाकर भारत के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं.
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रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने भारत के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है. इस फैसले के तहत भारत से संचालित होने वाली तमाम उड़ानों को पाकिस्तान अपनी हवाई सीमा में प्रवेश नहीं करने देगा.
इसके साथ ही पाकिस्तान की नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (NSC) ने भारत द्वारा सिंधु जल संधि को रोकने के कदम को पूरी तरह खारिज किया है. पाकिस्तान ने कहा कि यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि है, जिसे भारत अकेले निलंबित नहीं कर सकता. यह पाकिस्तान की जनता के लिए लाइफलाइन है और इस पर कोई समझौता नहीं होगा. अगर इसे रद्द किया गया तो पाकिस्तान इसे युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा. इससे पाकिस्तान की छटपटाहट साफ देखी जा सकती है.
सिंधु जल संधि को रद्द करने को युद्ध की कार्रवाई
पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में भारत के प्रभारी राजदूत को तलब किया है, ताकि इस्लामाबाद द्वारा लिए गए निर्णयों को सौंप दिया जाए. पाकिस्तान ने कहा कि सिंधु जल संधि के तहत उसके लिए निर्धारित जल को मोड़ने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा. पाकिस्तान ने गुरुवार को भारतीय एयरलाइनों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को अवरुद्ध कर दिया, वाघा सीमा क्रॉसिंग को बंद कर दिया, भारत के साथ सभी व्यापार को निलंबित कर दिया, और कहा कि सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान के लिए निर्धारित जल को मोड़ने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने और राजनयिक संबंधों को कम करने के भारत के कदम पर देश की प्रतिक्रिया तैयार करने के लिए प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में एक बैठक के बाद ये घोषणाएं की गईं. बैठक में प्रमुख मंत्रियों और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने भाग लिया.
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बैठक में और क्या-क्या कहा गया
"पाकिस्तान की संप्रभुता और उसके लोगों की सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का सभी क्षेत्रों में दृढ़ पारस्परिक उपायों से सामना किया जाएगा. भारत को अपने संकीर्ण राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पहलगाम जैसी घटनाओं का अपने प्रतिशोधी दोषारोपण और निंदनीय मंचन, प्रबंधित शोषण से बचना चाहिए.
राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक के बाद जारी एक बयान के अनुसार...
- इस तरह की रणनीति केवल तनाव को बढ़ाने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता के मार्ग को बाधित करने का काम करती है.
- बैठक में भारतीय एयरलाइनों के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को अवरुद्ध करने और वाघा सीमा क्रॉसिंग को बंद करने का निर्णय लिया गया.
- सिख तीर्थयात्रियों को छोड़कर, भारतीयों के लिए सार्क वीजा छूट योजना के तहत वीजा निलंबित करने का भी निर्णय लिया गया.
- पाकिस्तान ने तीसरे देशों के माध्यम से उन मार्गों सहित भारत के साथ "सभी व्यापार" को निलंबित कर दिया.
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240 मिलियन पाकिस्तानियों के लिए जीवन रेखा है सिंधु
पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारतीय निर्णय को अस्वीकार कर दिया, यह कहते हुए कि यह 240 मिलियन पाकिस्तानियों के लिए जीवन रेखा है. बयान में कहा गया है, "सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान के लिए निर्धारित पानी को मोड़ने या रोकने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा." पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग में अपने सैन्य सलाहकारों को भी 30 अप्रैल तक वहां से चले जाने को कहा है.
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