Tirupati Laddu Controversy: तिरुपति लड्डू बनाने में पशु चर्बी के इस्तेमाल को लेकर छिड़े विवाद के बीच भारत की फेमस डेयरी ब्रांड अमूल ने अपनी तरफ से एक स्पष्टीकरण जारी किया है. अमूल ने सफाई पेश करते हुए कहा कि उसने कभी भी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम(TTD) को घी सप्लाई नहीं किया है. यह बयान अमूल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर किया. ये बयान अमूल का तब आया जब खबरों में ये दावा किया गया कि अमूल ने भी तिरुपति मंदिर को घी सप्लाई किया था.
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अमूल ने क्या कहा?
अमूल ने अपने पोस्ट में लिखा कि हमने कभी भी तिरुमाला तिरुपती देवस्थानम को कभी घी सप्लाई नहीं किया है. अमूल घी बनाने के लिए अत्याधुनिक उत्पादन सुविधाओं में प्योर दूध का इस्तेमाल करके बनाया जाता है, जो कि ISO प्रमाणित है. अमूल घी की क्वालिटी नियमित रूप से चेक की जाती है. इसमें FSSAI द्वारा मिलावट का पता लगाने वाली प्रक्रिया भी शामिल है.
क्या है लड्डू प्रसाद विवाद और कैसे शुरू हुआ?
विवाद की शुरुआत इस हफ्ते की शुरुआत में तब हुई जब चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि जगन मोहन रेड्डी के कार्यकाल के दौरान तिरुपति लड्डू में जानवरों की चर्बी और अन्य घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. इसके बाद, गुजरात स्थित पशुधन लैब एनडीडीबी सीएएलएफ लिमिटेड ने एक लैब रिपोर्ट जारी की, जिसमें दावा किया गया कि तिरुपति लड्डू बनाने में इस्तेमाल किए गए घी में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल था. इस रिपोर्ट को टीडीपी के प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने सार्वजनिक किया. उन्होंने कहा, "लैब रिपोर्ट में पुष्टि की गई है कि घी में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल था, जिसकी एस-वैल्यू 19.7 पाई गई."
इस विवाद ने राजनीतिक गर्मी को और बढ़ा दिया, खासकर जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से इस मुद्दे पर बात की और पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी. यह मामला अब राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है, और दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं.
राजनीतिक लाभ लेने के लिए टीडीपी लगा रही झूठे आरोप
जगन मोहन रेड्डी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे झूठा और अनुचित बताया है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने हमेशा तिरुमाला मंदिर के प्रसाद की गुणवत्ता सुनिश्चित की है और उनके कार्यकाल में कोई भी घटिया सामग्री लड्डू बनाने में इस्तेमाल नहीं की गई. उनका कहना है कि टीडीपी सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए इस तरह के झूठे आरोप लगा रही है.
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