हाल ही एक मासूम की जान बचाकर सुर्खियों में आई खुशबू पाटनी एक बार फिर चर्चाओं में हैं. इस बार पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर बोलते हुए उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में वो पाकिस्तान पर जबरदस्त तरीके भड़की हुई है. वीडियाे में हो कह रही है कि हम पाकिस्तानियों और पाकिस्तान को कई सालों से झेल रहे है. ये प्यार और शांति वाला ड्रामा अब बहुत हो गया है. वो कहती हैं कि अब सीधा जंग हो जानी चाहिए. जानिए उन्होंने वीडियो और क्या-क्या कहा.
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"अब युद्ध ही रास्ता"-
इस घटना पर एक पूर्व मेजर ने गुस्से का इजहार करते हुए इसे "पाकिस्तान सेना का जिहाद" करार दिया और सख्त कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा, "यह कोई साधारण आतंकी हमला नहीं है, बल्कि पाकिस्तान सेना की पूरी संलिप्तता वाला कृत्य है. अब और इंतजार नहीं करना चाहिए, यह समय युद्ध का है."
"75 साल से सह रहे हैं, अब बहुत हुआ"
पूर्व मेजर खुशबू ने इंस्टाग्राम पर स्टोरी शेयर करते हुए कहा, वह दो साल तक कश्मीर में सेना में सेवा दे चुके हैं और पहलगाम सहित वहां के हर कोने से वाकिफ हैं. उन्होंने कहा, "पहलगाम को मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है, लेकिन अब वहां खूनखराबा हो रहा है. 75 साल से हम पाकिस्तान के इस ड्रामे को झेल रहे हैं. शांति और प्यार की बातें अब बंद होनी चाहिए." उन्होंने जोर देकर कहा कि इस हमले का धार्मिक आधार है और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता.
"मेरा खून खौल रहा है"
उन्होंने कहा, "यह कोई धर्म की बात नहीं है. किसी भी धर्म की किताब में निर्दोष लोगों की हत्या की इजाजत नहीं है." उन्होंने गुस्से में कहा, "मेरा खून खौल रहा है. जिन्होंने निर्दोष लोगों की जान ली, उनकी जिंदगी भी अब खत्म होनी चाहिए."
"आतंकवाद नहीं, पाकिस्तान सेना है जिम्मेदार"
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस हमले को आतंकवाद के नाम से छोटा नहीं करना चाहिए. उन्होंने बताया, "यह पाकिस्तान सेना की करतूत है. हमें अब 'आतंकवादी' कहने के बजाय 'पाकिस्तान सेना' को जिम्मेदार ठहराना चाहिए." पूर्व मेजर ने भारतीय सेना की ताकत का जिक्र करते हुए कहा, "हमारे पास 15 लाख से ज्यादा सैनिक हैं, जो पूरी तरह प्रशिक्षित और सुसज्जित हैं. अब ऑर्डर मिलने की देरी है."
"कश्मीर में राष्ट्रविरोधियों को बख्शा न जाए"
उन्होंने कश्मीर में देशविरोधी तत्वों के खिलाफ भी सख्त रुख अपनाने की बात कही. उन्होंने कहा, "जो लोग राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल हैं, उन्हें अब बख्शा नहीं जाना चाहिए. यह समय कठोर निर्णय लेने का है." उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर इस तरह के हमले जारी रहे, तो कश्मीर की अर्थव्यवस्था और पर्यटन पर भारी असर पड़ेगा. उन्होंने बताया, "पहलगाम और अमरनाथ यात्रा जैसे स्थानों पर अब पर्यटक आने से डरेंगे. इससे स्थानीय लोगों का रोजगार भी प्रभावित होगा."
"इजराइल और रूस से लें सबक, अब युद्ध जरूरी"
पूर्व मेजर ने इजराइल और रूस का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत को भी अपने देश की रक्षा के लिए निर्णायक कदम उठाने चाहिए. उन्होंने बताया, "हम हमेशा शांति की बात करते हैं, क्योंकि हम महाभारत और भगवान कृष्ण के अनुयायी हैं. लेकिन जब सारे रास्ते बंद हो जाएं, तो युद्ध अनिवार्य हो जाता है." उन्होंने प्रधानमंत्री पर भरोसा जताते हुए कहा, "मुझे यकीन है कि हमारे प्रधानमंत्री इस हमले का बदला जरूर लेंगे. लेकिन अब हवाई हमले काफी नहीं हैं, यह समय पूर्ण युद्ध का है."
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