प्रयागराज की पावन धरती पर आयोजित महाकुंभ मेले में तमाम साधु-संतों के बीच एक कथित साध्वी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इनका नाम हर्षा रिछारिया है. साध्वी के वेश में साधु-संतों के साथ रथ में सवार हर्षा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. अब हर्षा का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसे लोग ट्रोल कर रहे हैं.
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ये वीडियो host_harsha के इंस्टाग्राम पेज पर भी अपलोडेड है जिसे हर्षा रिछारिया का बताया जा रहा है. 13 जनवरी दोपहर 1 बजे तक इस पेज पर 681 K फॉलोअर्स थे जो 24 घंटे में बढ़कर 1 मिलियन हो गए हैं. इस वीडियो में हर्षा कहती दिख रही हैं- 'काफी लोग हमें कमेंट और मैसेज कर रहे हैं कि दीदी हमें हमारा मनचाहा प्यार वश में करना है. ताकि वो हमसे शादी कर ले और कभी दूर न जाए. तो आज मैं एक ऐसा मंत्र बताने जा रही हूं जिससे आप अपने मनचाहा प्यार (गर्लफ्रेंड, बॉयफ्रेंड) को अपने वश में कर सकते हैं. वो आपको कभी छोड़कर नहीं जाएगा.......'
इस वीडियो के कमेंट बॉक्स में यूजर्स ने ऐसी नसीहत पर आपत्ति की है और नराजगी भी जताई है. वहीं सोशल मीडिया पर यूजर्स इस वीडियो को ट्रोल कर रहे हैं. हर्षा ने कहा कि वो पिछले 2 सालों से सबकुछ छोड़ अब संत परंपरा के रास्ते पर चल पड़ी हैं. यूजर्स इनके कथित इंस्टा पेज से विदेश में पार्टिसिपेट किए गए इनके इवेंट्स के कार्ड शेयर कर सवाल उठा रहे हैं कि ये दो साल पहले संत परंपरा की राह पर चल रही हैं तो इस इवेंट में क्या कर रही थीं.
मैं साध्वी नहीं हूं- हर्षा
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में हर्षा ये कहती दिख रही हैं कि उन्हें दुनिया की सबसे खूबसूरत युवती कहा गया ये सुनकर उन्हें अच्छा लगा. हालांकि साध्वी का जो टैग दिया जा रहा है उसपर हर्षा ने कहा कि ये उचित नहीं है. हर्षा का कहना है कि वे अभी पूरी तरह उस चीज में गई नहीं हैं. उन्होंने कहा-' लोगों ने मेरी वेशभूषा को देखते हुए साध्वी कहा है.' ध्यान देने वाली बात है कि हर्षा न केवल साध्वी की वेशभूषा में थीं बल्कि बाल भी साध्वी जैसे जटाजूट वाले थे. वे संतों के साथ रथ पर सवार थीं. उन्होंने खुद को महामंडलेश्वर कैलाशानंदगिरी जी महाराज की शिष्या भी बताया.
वायरल वीडियो में हर्षा रिछारिया को साध्वी समझ महिला पत्रकार ने सवाल किया था- 'आप इतनी सुंदर हैं तो कभी ऐसा मन नहीं किया कि साध्वी जीवन छोड़कर.....' इसपर हर्षा ने कहा- 'मुझे जो करना था वो सब छोड़कर मैंने साध्वी का ये वेष धरा है. आप जब जिंदगी में बहुत कुछ कर लेते हो...जब आपने एक्टिंग कर ली, एंकरिंग भी कर ली. देश विदेश भी घूम लिया आपने सब कुछ कर लिया है. उसके बाद ये रहता है कि आपको उसमें सुकुंन नहीं मिल रहा है. नाम है शोहरत है, लेकिन सुकूंन नहीं है. जब आपको भक्ति खींचती है तब आपको धीरे-धीरे सुकूंन मिलना शुरू हो जाता है. फिर आप काम और लोगों से कटकर भगवान की शरण में आ जाते हैं. ऐसा जिसकी किस्मत में लिखा होता है जुड़ना वो जुड़ ही जाता है. '
यहां क्लिक करके जानिए...'खूबसूरत साध्वी' कही जाने वाली हर्षा रिछारियां कौन हैं?
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