Kanpur Shubham Dwivedi Pahalgam: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी अटैक में 26 लोगों की जान चली गई. आतंकियों ने लोगों से उनका धर्म पूछा और फिर उन्हें गोली मार दी. इस कायराना हरकत में कानपुर के रहने वाले शुभम द्विवेदी भी मारे गए. शुभम अपनी पत्नी और परिवार के साथ छुट्टियां मनाने गए थे. शुभम की शादी 12 फरवरी को ही हुई थी, यानी सिर्फ दो महीने पहले.
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पत्नी को ये मैसेज देकर गए आंतकी
शुभम के पिता, संजय द्विवेदी, सीमेंट का कारोबार करते हैं. शुभम को बुधवार को वापस कानपुर लौटना था. जब आतंकी शुभम को मार रहे थे, तो उनकी पत्नी ने उनसे कहा कि उन्हें भी मार दें. लेकिन आतंकियों ने कहा कि वे उसे जिंदा छोड़ रहे हैं ताकि वह जाकर सरकार को बता सके कि उन्होंने क्या किया है.
'सरकार इस हादसे का बदला लें'
शुभम की मौत की खबर मिलते ही उनके घर में मातम छा गया. परिवार वालों का कहना है कि आतंकियों ने जो किया, वह बहुत ही कायरतापूर्ण है और सरकार को इसका बदला लेना चाहिए. वे चाहते हैं कि शुभम का शव जल्द से जल्द उनके घर पहुंचाया जाए.
परिवार के दस सदस्य इस वक्त पहलगाम में ही हैं. कुछ लोग बुधवार शाम तक दिल्ली पहुंच जाएंगे. कानपुर से भी कुछ लोग दिल्ली जाएंगे, क्योंकि शुभम का शव वहीं आने की उम्मीद है. फिर वहां से शव को कानपुर और उसके बाद शुभम के गांव हाथीपुर ले जाया जाएगा.
2019 के बाद सबसे बड़ा हमला
आपको बता दें कि पहलगाम के पास एक मशहूर टूरिस्ट प्लेस पर मंगलवार दोपहर आतंकियों ने फायरिंग की थी. इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर दूसरे राज्यों के पर्यटक थे. 2019 के पुलवामा हमले के बाद यह घाटी का सबसे बड़ा आतंकी हमला है. इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना सऊदी अरब का दौरा बीच में ही रोक दिया और वह बुधवार सुबह दिल्ली लौट आए.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले को हाल के सालों में नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा हमला बताया है. मरने वालों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के पर्यटक शामिल हैं.
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