Abhinav Arora: कंटेंट क्रिएटर अभिनव अरोड़ा इन दिनों एक वायरल वीडियो के चलते सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं. इस वीडियो में वे मंच पर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य द्वारा डांटे जाते नजर आ रहे हैं. हालांकि अभिनव अरोड़ा ने इस वीडियो को पुराना बताया है. इस विवाद के बीच, एबीपी न्यूज़ ने उनसे लाइव शो के दौरान कुछ सवाल पूछे, जिसके जवाब वो ठीक से दे नहीं पाए.
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अभिनव अरोड़ा का लाइव टेस्ट
एबीपी न्यूज़ के लाइव शो के दौरान एक पत्रकार ने अभिनव अरोड़ा से तीन सवाल पूछे. पहले सवाल में उनसे पूछा गया कि भगवान कृष्ण को सुदर्शन चक्र किसने दिया था. जवाब में उन्होंने शिव महापुराण का जिक्र किया और कहा कि भगवान शिव ने कृष्ण को सुदर्शन चक्र दिया था. हालाँकि, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह चक्र भगवान परशुराम द्वारा कृष्ण को दिया गया था. इस प्रकार यह जवाब गलत साबित हुआ.
दूसरा सवाल "कृष्ण का अर्थ क्या होता है?" पूछे जाने पर, उन्होंने जवाब दिया कि 'कष्ट हरने वाला', जबकि इस शब्द का अर्थ 'श्याम' या 'काला'. तीसरे सवाल में उनसे पूछा गया कि 'कृष्ण किस भाषा का शब्द है?' इसका सटीक उत्तर देने के बजाय, अरोड़ा ने इधर-उधर की बातें कीं. अंतिम सवाल में भगवान कृष्ण का पूरा नाम पूछा गया, जिसका जवाब उन्होंने दिया 'कृष्ण', जबकि सही नाम 'श्रीकृष्ण वासुदेव' है. चार सवालों में से उन्होंने सिर्फ एक सवाल का जवाब सही दिया, जो उनके पिता का नाम वासुदेव था.
सोशल मीडिया पर फैन फॉलोइंग और विवाद
सोशल मीडिया पर अभिनव अरोड़ा की अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है. उनके यूट्यूब पर 1.47 लाख, इंस्टाग्राम पर 9.5 लाख और फेसबुक पर 2.29 लाख फॉलोवर्स हैं. अपने आध्यात्मिक कंटेंट और विचारों के चलते केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उन्हें ‘भारत का सबसे युवा आध्यात्मिक वक्ता’ बताया था.
ट्रोलर्स से परेशान
अभिनव अरोड़ा ने एक बयान में ट्रोलर्स के निशाने पर आने के बाद कहा कि उनकी दिवाली की खुशियां छीन ली हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछले साल की दिवाली उन्होंने बेहद खुशी के साथ मनाई थी क्योंकि उन्हें अयोध्या में दीपोत्सव देखने का मौका मिला था. अभिनव अरोड़ा ने कहा कि दिवाली का त्योहार खुशियां बांटने के लिए होता है, लेकिन ट्रोलर्स और यूट्यूबर्स ने उनके इस त्योहार की खुशियां छीन ली हैं.
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