Amit Shah on Maharashtra Election: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव के बाद महाराष्ट्र में भी इसी साल विधानसभा के चुनाव होने है. जून में हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सत्तारूढ़ बीजेपी-महायुति गठबंधन को सकते में डाला हुआ है. लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाले महाविकास आघाडी(MVA) ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 48 में से 30 सीटें जीत ली. बीजेपी को इस नतीजे ने गहरा आघात पहुंचाया. अब बारी विधानसभा चुनाव की है. दोनों गुट अपनी-अपनी दावेदारी मजबूत बनाने में जुटे हुए है.
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इस चुनाव में बीजेपी किसी भी हाल में बैकफुट पर जाने के मूड में नहीं है. इसी के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्रों की समीक्षा बैठकें कीं. कार्यकर्ताओं के साथ हुई मीटिंग में गृहमंत्री ने आगामी चुनाव में महायुती की जीत का भरोसा दिलाया. इसके साथ ही उन्होंने एक प्रमुख बात ये कही कि, 2024 के चुनाव में महायुती सत्ता में लौटेगी और 2029 में बीजेपी अकेले दम पर सरकार बनाएगी. इसके साथ ही अमित शाह ने कहा कि, अगर पार्टी गठबंधन चुनाव जीतती है, तो वे महाराष्ट्र में समान नागरिक संहिता लागू करेंगे.
कम अंतर से जीत-हार वाली सीटों पर फोकस
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विधानसभा चुनाव पार्टी की रणनीति को लेकर विस्तार से चर्चा की. उनका पूरा जोर बूथ लेवल पर काम करने से वोटिंग प्रतिशत को बढ़ाने पर था. आंकड़े बताते हुए उन्होंने कहा कि, पार्टी मुंबई में 2019 के लोकसभा चुनावों में कुछ सीटें सिर्फ पांच से दस हजार वोटों के अंतर से हारी गई थीं, जिन्हें इस बार बूथ स्तर पर मेहनत करके जीता जा सकता है. उन्होंने मंडल, वार्ड और बूथ स्तर पर योजना बनाकर वोट प्रतिशत बढ़ाने की बात कही.
सीटों को कई लेवल पर बांटकर बनाए रणनीति
अमित शाह ने विधानसभा में आने वाले वार्डों को 'ए', 'बी', 'सी' और 'डी' समूहों में बांटा और बताया कि इससे पार्टी के परंपरागत मतदाताओं पर ज्यादा फोकस किया जाएगा. इससे पहले, उन्होंने विदर्भ, मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र की समीक्षा की थी. उन्होंने बताया कि मुंबई और कोंकण क्षेत्र की 75 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 28 सीटें जीती थीं और पार्टी का लक्ष्य इस बार 50 फीसदी से अधिक सीटें जीतने का है.
'अपने सहयोगियों को गुलाम बनाना चाहती है बीजेपी'
अमित शाह के इस बयान कि, 2024 में गठबंधन में और 2029 में अकेले दम पर सरकार बनाने वाली बात पर उनके घटक दलों ने नाराजगी जताई है. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे ने आरोप लगाया कि, बीजेपी अपने सहयोगियों को गुलाम बनाना चाहती है और उसे सिर्फ सत्ता से मतलब है. वहीं, NCP शरद पवार गुट के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि महायुती के लिए यह चुनाव मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि, अमित शाह का बार-बार महाराष्ट्र का दौरा इसी बात का संकेत है.
रिपोर्ट- ऋत्विक भालेकर
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