Jharkahand Election: झारखंड में अगले महीने विधानसभा के चुनाव होने है. प्रदेश की 81 सीटों पर दो चरणों में 13 नवंबर और 20 नवंबर को वोटिंग होनी है. 23 नवंबर को नतीजे घोषित होंगे. इससे पहले सभी पार्टियां चुनावी कवायद में जुटी हुई है. बीजेपी और कांग्रेस ने पहले ही अपने कई उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा(JMM) ने भी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. JMM ने अपनी पहली लिस्ट में 35 उम्मीदवारों के नाम जारी किए है. बता दें कि, इस लिस्ट में हेमंत सोरेन के साथ-साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन का भी नाम है.
ADVERTISEMENT
JMM चीफ हेमंत सोरेन अपनी बरहेट सीट से उम्मीदवार हैं. आपको बता दें कि, साहिबगंज जिले में स्थित इस विधानसभा सीट से CM सोरेन साल 2014 से विधायक हैं. वहीं उनकी पत्नी और विधायक कल्पना सोरेन गांडेय सीट से चुनावी मैदान में हैं. इस लिस्ट में तीन मुस्लिम प्रत्याशियों को भी टिकट दिया गया है.
बीजेपी-कांग्रेस दोनों पार्टियां पहले ही जारी कर चुकी है अपनी लिस्ट
बीते दिनों बीजेपी के गठबंधन NDA ने ऐलान किया कि, झारखंड में बीजेपी, ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन(आजसू ), जदयू और लोक जनशक्ति पार्टी मिलकर चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी ने 66 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट पहले ही जारी की थी, जिसमें पूर्व सीएम चंपाई सोरेन को सरायकेला विधानसभी सीट से टिकट दिया है. चंपाई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. इसके साथ ही बाबूलाल मरांडी को धनवार से मैदान में उतारा गया है.
झारखंड चुनाव को लेकर कांग्रेस भी अपनी पहली सूची जारी कर चुकी है, जिसमें 21 उम्मीदवारों के नाम है. कांग्रेस ने जामताड़ा से इरफान अंसारी को तो वहीं, रामगढ़ से ममता देवी, हजारीबाग से मुन्ना सिंह, जमशेदपुर पूर्व से डॉक्टर अजय कुमार, हटिया से अजय नाथ सहदेव, सिमडेगा से भूषण बारा को टिकट दिया है.
राज्य में दो चरणों में होगी वोटिंग
झारखंड में दो चरणों में मतदान होगा और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे. पहले चरण में 13 नवंबर को 43 सीटों पर वोटिंग होगी और दूसरे चरण में 20 नवंबर को 38 सीटों पर मतदान होगा. चुनाव आयोग के मुताबिक, झारखंड में कुल मतदाताओं की संख्या करीब 2.55 करोड़ हैं, जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या करीब 1.3 करोड़ वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 1.25 करोड़ के करीब है. अगर पिछले चुनाव की बात करें, तो महिला मतदाताओं की संख्या कम थी. इस बार के चुनाव में महिलाओं की सहभागिता बढ़ी है.
ADVERTISEMENT