प्रधानमंत्री मोदी का एक्सक्लुसिव इंटरव्यू: पीएम ने विपक्ष के सभी सवालों का बेबाकी से दे दिया जवाब

News Tak Desk

17 May 2024 (अपडेटेड: May 17 2024 9:58 PM)

प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान बदलने के आरोपों से लेकर हिंदू-मुस्लिम विवाद, बेरोजगारी की समस्या, और प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने के सवालों तक हर मुद्दे पर स्पष्टता से जवाब दिए.

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PM Modi Interview: देश में इस वक्त लोकसभा चुनाव चल रहा है. सात चरणों में होने वाले इस चुनाव के लिए चार चरणों की वोटिंग हो चुकी है. पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी और एनडीए तीसरी बार चुनाव जीतने का दावा कर रहा है. वहीं कांग्रेस के नेतृत्व में बने विपक्ष के इंडिया गठबंधन का दावा है कि बीजेपी चार चरण में ही इस चुनाव को हार चुकी है. इस बीच पांचवें चरण से पहले पीएम मोदी ने इंडिया टुडे ग्रुप को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया है. इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने इंडिया टुडे समूह के टॉप 4 एडिटर्स के सवालों के जवाब दिए हैं. पेश है पीएम मोदी के इंटरव्यू के संपादित अंश.

प्रमुख मुद्दों पर बेबाक जवाब 

प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान बदलने के आरोपों से लेकर हिंदू-मुस्लिम विवाद, बेरोजगारी की समस्या, और प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने के सवालों तक हर मुद्दे पर स्पष्टता से जवाब दिए. उन्होंने बताया कि क्यों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) "400 पार" सीटों की उम्मीद कर रही है और कैसे उन्होंने पहले ही पार्टी के सदस्यों को चुनाव की तैयारी के लिए निर्देशित किया था. 

मीडिया और प्रेस कॉन्फ्रेंस पर ये कहा 

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि वह प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं करते. उन्होंने कहा कि मीडिया के बदलते रोल और नए संचार माध्यमों के कारण अब सीधे जनता से संवाद करना आसान हो गया है. उन्होंने कहा, "आज, अगर आप जनता से बात करना चाहते हैं, तो संचार दो-तरफा है. उन्होंने मन की बात के माध्यम से जनता तक अपने बात रखने के महत्व को समझाया. 

जीते तो 125 दिनों की योजना तैयार

पीएम मोदी इस इंटरव्यू में तीसरी बार अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आए. प्रधानमंत्री ने कहा कि जीत के बाद वह केवल 100 नहीं बल्कि 125 दिनों की योजना बना रहे हैं, जिसमें से 25 दिन विशेष रूप से देश के युवाओं के लिए समर्पित होंगे. उन्होंने यह भी बताया कि वह एक ऐसा कानून बनाने पर विचार कर रहे हैं, जिससे भ्रष्टाचार से जब्त धन गरीबों को वापस किया जा सके. उन्होंने कहा, "अब तक मैंने 17,000 करोड़ रुपये वापस किए हैं," जो कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा जब्त की गई धनराशि थी. 

अबकी बार 400 पार की चुनावी तैयारी

प्रधानमंत्री ने बताया कि उन्होंने एक साल पहले ही पार्टी के सदस्यों को निर्देश दिया था कि वे उम्मीदवारों की घोषणा का इंतजार न करें, बल्कि "कमल" (बीजेपी का चुनाव चिह्न) के लिए काम करें. उन्होंने कहा, "हम सब कमल के लिए काम कर रहे थे, यहां तक कि विपक्ष भी कमल के लिए काम कर रहा है. जितनी अधिक कीचड़ उछाली जाती है, उतना ही कमल खिलता है." प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के उस आरोप का भी जवाब दिया कि बीजेपी 400 पार सीटों की मांग इसलिए कर रही है ताकि संविधान को बदल सके और शिक्षा और नौकरियों के लिए आरक्षण को खत्म कर सके. उन्होंने कहा, "मोदी जिंदा है. मैं संविधान सभा की मूल भावना के लिए लड़ूंगा और इसके लिए अपनी जान दे दूंगा."

लोकतंत्र और मतदान

प्रधानमंत्री ने चुनावों को केवल जीत-हार के नजरिए से न देखने की अपील की. उन्होंने कहा, "हमारा मतदान पर दृष्टिकोण ऐसा होना चाहिए कि भारतीय लोकतंत्र मजबूत हो." उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव परिणामों की अटकलों पर ध्यान देने की बजाय यह महत्वपूर्ण है कि हम मतदान के महत्व को समझे. 

चुनाव आयोग पर आरोप 

प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव आयोग पर बीजेपी के पक्ष में होने के आरोपों को भी खारिज किया. उन्होंने बताया कि कैसे चुनाव आयोग वर्षों से स्वतंत्र रूप से काम कर रहा है और इसके कई प्रमुख अधिकारियों ने आगे चलकर राज्यपाल या सांसद के रूप में काम किया है. उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग पूरी तरह से स्वतंत्र है... भारत की चुनाव प्रक्रिया दुनिया के लिए एक महान आश्चर्य है."

समान नागरिक संहिता (UCC)

प्रधानमंत्री ने समान नागरिक संहिता (UCC) पर विपक्ष के आरोपों को भी खारिज किया. उन्होंने कहा, "भारत के सुप्रीम कोर्ट ने कम से कम दो दर्जन बार UCC लाने के लिए कहा है... यह किसी राजनीतिक पार्टी का मुद्दा नहीं है. यह संविधान सभा से आया है."

आर्थिक मुद्दे और रोजगार

प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि वह देश के धन सृजनकर्ताओं का समर्थन करते हैं और अगर उन्होंने किसी को अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाया है तो उन्हें सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा, "अगर मैंने बेईमानी की है, तो मुझे फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए." उन्होंने बताया कि उन्होंने कैसे मुद्रा लोन और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के माध्यम से रोजगार सृजन किया है.

सांप्रदायिक ध्रुवीकरण

प्रधानमंत्री मोदी ने सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के आरोपों को भी खारिज किया. उन्होंने कहा, "मैंने कभी हिंदू-मुस्लिम राजनीति नहीं की है और न ही कभी करूंगा." उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने रमजान के महीने में गाजा में बमबारी रोकने के लिए इजराइल के प्रधानमंत्री से बातचीत की थी. 

इस तरह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महत्वपूर्ण इंटरव्यू में अपनी आगामी योजनाओं और चुनावी रणनीतियों का खुलासा किया और विपक्ष के विभिन्न आरोपों का जवाब भी दिया.

इस स्टोरी को न्यूजतक के साथ इंटर्नशिप कर रहे IIMC के रेडियो टेलीविजन विभाग के छात्र देवशीष शेखावत ने लिखा है.

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